अन्नदाताओं की मांगों को जल्द पूरा करे केंद्र सरकार: सतपाल सिंह ब्रोका

0

मनीष रंजन की रिपोर्ट

आज सिख समुदाय के लोगों ने धनबाद जिला कांग्रेस के प्रवक्ता सतपाल सिंह ब्रोका के नेतृत्व में किसानों के समर्थन में देशव्यापी ग्रामीण भारत बंद का समर्थन करते हुए सदर थाना में गिरफ्तारी दी। रणधीर वर्मा चौक पहुंचकर नारे लगाएं किसानों के सम्मान में हम खड़े हैं मैदान में, अन्नदाताओं को सम्मान देना होगा,जय जवान जय किसान, किसानों की मांगे पूरी करो, किसानों पर जुल्म ढाना बंद करो, नो फार्मर्स नो फूड आदि लिखे हुए बैनर लिए हुए थे।
उक्त अवसर पर सतपाल सिंह ब्रोका ने कहा कि आज किसानों के साथ दुश्मनों जैसे बरताव किया जा रहा है। हरियाणा पंजाब सीमा को दो देश जैसा बना दिया गया है। राज्य की सीमाओं को सील करके दिल्ली से लेकर हरियाणा तक नाकेबंदी कर दी गई है और पंजाब के किसानों को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के अलावा हजारों की संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। 17 तरह की बैरिगेटिंग कर रास्ते को अवरुद्ध कर दिया गया है।
कंक्रीट ब्लॉक, रेत की बोरियां, रेत से भरे कंटेनर, कंटीले तार , लोहे के बैरियर, कंकरीट वॉल, सड़क पर लोहे की किलो की परतें बिछाई गई हैं।
अगर देश की जनविरोधी मोदी सरकार बॉर्डर क्षेत्र में इस तरह की सड़क अवरुद्ध करती तो शायद देश में आज कोई आतंकवादी बॉर्डर पार नहीं कर पाता हमारे सुरक्षा कर्मियों को शहादत नहीं देनी पड़ती।
दो वर्ष पूर्व किसानों के 378 दिनों तक किए गए आंदोलन में 750 से अधिक किसानों ने बलिदान दिया तदुपरांत सरकार द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं मांगों को जायज मानते हुए तीन कृषि काले कानून को वापस लेकर आश्वस्त किया था कि जल्दी ही आपकी मांगों को कमेटी बनाकर पूरा किया जाएगा l जिसके तहत अब तक उनकी घोषणाओं का क्रियान्वयन नहीं हुआ।
जिसके कारण पुन: किसान शांति प्रिय तरीके से दिल्ली पहुंचकर सरकार की घोषणाओं, प्रतिबद्धताओं को ध्यान आकृष्ट कराना चाहते हैं लेकिन उनके ऊपर ड्रोन के माध्यम से हजारो आंसू गैस के जहरीले गोले छोड़े जा रहे हैं। वाटर कैनन से पानी की बौछारें , हाईली एक्सप्लोसिव गैस, एस एल आर रॉकेट लांचर से फायरिंग आदि कर प्रताड़ित किया जा रहा है, उन्हें उकसाया जा रहा है लेकिन वे शांति प्रिय तरीके से पूर्व में मोदी सरकार द्वारा घोषित मांगों को क्रियान्वित करने के लिए आंदोलन का रुख अख्तियार कर रहे हैं l जिसमें किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाना, केंद्र सरकार से बीज कीटनाशक और उर्वरक अधिनियम में संशोधन करने, कपास सहित सभी फसलों के बीजों की गुणवत्ता पर सुधार करने, किसानो का कर्ज माफ करना, आंदोलन में दर्ज मुकदमे वापस लेना, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करना, किसानों को पेंशन, लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों को कुचलकर मार दिया गया था उसके पीड़ित परिवारों को केंद्र सरकार न्याय दे एवं आंदोलन में शहीद हुए किसानों को नियोजन देना।
आज के प्रदर्शन में सतपाल सिंह ब्रोका, इकबाल सिंह चावला, लाल सिंह राजपाल,परमजीत सिंह, सर्बजीत सिंह ,राजू सिंह, हरविंदर सिंह, सतेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, सेहबाज सिंह, गुरप्रीत सिंह, गोलू सिंह, अमृत सिंह, सरबजीत सिंह आदि शामिल थे l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *