आखिर कब रुकेगी असर्फी में ये मौत काआंकड़ा ,,, एक और कोवीड मरीज चढ़ा अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के हत्थे
चंदन पाल की रिपोर्ट
सरकार इस कोरोना काल में डॉक्टरों को वह तमाम सुविधा दे रही है ताकि मरीज को कोई परेशानी ना हो और इस कोरोना काल के इस विकट परिस्थिति में डॉक्टरों का कार्य करना सराहनीय है शायद यही वजह है कि इन्हें धरती के भगवान भी कहा जा रहा लेकिन अगर यही भगवान जिंदगियां बचाने के बजाय मौत की नींद सुला दे तो क्या कहेंगे । धनबाद में कोरोना से संक्रमित मरीज की जान अस्पताल में मौजूद डॉक्टर की लापरवाही के कारण चली गई . अब आप बताइए आप उसे भगवान कहेंगे या फिर हैवान…… देखिए भगवान कहे जाने वाले हैवान डॉक्टर की कारनामा की रिपोर्ट। कोरोना ने एक परिवार पर कहर बनकर बरपा है , परिवार द्वारा समुचित व्यवस्था देने के बावजूद भी डॉक्टर की लापरवाही ने एक कोरोना से संक्रमित मरीज की जान ले ली है । 16 तारीख को धनबाद थाना क्षेत्र के लुबी सर्कुलर रोड स्थित के निवासी ने अपनी 55 वर्षीय वृद्ध मां को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिले के नामी ग्रामी हॉस्पिटल असर्फी में भर्ती करवाया था लेकिन डॉक्टरों की लापरवाही से और समय रहते ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण वृद्ध महिला की मौत हो गई मौत कि सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा परिजन की माने तो रेमडे शिविर इंजेक्शन का तीन डोज लेकर डॉक्टर को दिया लेकिन अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने महज एक डोज लगाकर दो डोज बचा लिया, जिससे मरीज की जान चली गई। लापरवाही की हद तब हो गई जब विजिट में जांच करने आए डॉक्टर ने मरीज को वेंटीलेटर चढ़ाने का आदेश दिया था। लेकिन जब डॉक्टर दोबारा मरीज को देखने गए तो मरीज को वेंटीलेटर नहीं चढ़ाया गया था और उसी समय मरीज की मौत हो गई।