इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं– शाहिदा कमर
मनीष रंजन की रिपोर्ट
वैश्विक महामारी कोविड 19 की वजह से पूरा देश में लाॅकडाउन की स्थिति है जिसकी वजह से लोग घरों में कैद हैं । पिछले 65 दिनों से गरीब और कमजोर तबके के लोगों के लिए जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है वैसे लोगों के लिए विभिन्न जगहों पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है ।ऐसे में ही धनबाद में भी एक संगठन बना कर
प्रवासी मजदूरों, बेघर लोगों के लिए एवं असहाय लोगों के लिए बीते 61 दिनों से शहर में राम-रहीम की जोड़ी के रूप में मशहूर फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैंबर आॅफ काॅमर्स के महासचिव श्री अजय नारायण लाल एवं पुराना बाजार चैंबर ऑफ काॅमर्स के पूर्व अध्यक्ष एवं समाजसेवी श्री सोहराब खान ने आज भी उस कार्यक्रम को जारी रखा । आज 63 वें दिन भी राम-रहीम के नाम से चर्चित समाज के लिए आदर्श इस जोड़ी द्वारा चलाए जा रहे अभियान “एक कोशिश अपने हिस्से की इंसानियत निभाने की” इस लाॅकडाउन पीरियड के विपरीत परिस्थितियों के दौरान करीब 500 गरीब,असहाय,जरूरतमन्द लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी । आज इस अभियान के सेवा स्थल कमलोदय भवन, गाँधी रोड में धनबाद के प्रसिद्ध समाजसेवी एवं कांग्रेस नेता आजाद नगर वैलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री शाहिद कमर एवं कांग्रेस नेत्री शाहिदा कमर उपस्थित हुए और इंसानियत निभाने की लगातार 63 दिनो से चल रहे अभियान में शामिल हो कर अपनी सेवा दी । आज उपस्थित धनबाद के प्रसिद्ध समाजसेवियों ने धनबाद के कोरोना योद्धा की विशिष्ट जोड़ी अजय नारायण लाल एवं सोहराब खान की पूरी टीम को इंसानियत धर्म को निभाने के लिए बधाई दी। कांग्रेस नेत्री शाहिदा कमर ने कहा कि इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं है । उन लोगों ने जरूरतमन्दों के इस सेवा को अति सराहनीय बताया एवं कहा कि अजय नारायणा लाल- सोहराब खान की जोड़ी आज के समाज के लिए एक मिशाल है जो आज के हालात में लगातार सेवा कर सभी लोगों के जुबान पर आ गए हैं ।