उपायुक्त ने किया क्लिनिलैब का औचक निरीक्षण, क्लिनिलैब हुआ सील
निरीक्षण के दौरान पाई भारी अनियमितता
क्लिनिलैब हुआ सील, एफआईआर की तैयारी
शनिवार को उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमाशंकर सिंह ने गया पुल के पास स्थित क्लिनिलैब रेडियोलॉजी लैब का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के निर्देशों का उल्लंघन कर क्लिनिलैब द्वारा संस्थान को बिना सैनिटाइजेशन किए जांच प्रक्रिया की जा रही है। साथ ही कोविड संभावित मरीजों का जांच करने के उपरांत उसी मशीन के माध्यम से अन्य व्यक्तियों का भी जांच किया जा रहा है। जिससे संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है।
इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि लगातार ऐसी सूचनाएं प्राप्त हो रही थी कि, जिले में स्थित कुछ रेडियोलॉजी संस्थान में मरीजों को बुलाकर उनका सीटी चेस्ट और एक्स रे चेस्ट जांच किया जाता है। जांच के दौरान कोरोना संक्रमित पाए जाने के उपरांत भी वैसे लोगों को उनके घर भेज दिया जाता है तथा इसकी सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इस कृत्य से संक्रमण फैलने की पूरी संभावना रहती है।
उन्होंने बताया कि ऐसी सूचनाएं मिलने के उपरांत 6 अप्रैल 2021 को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा सभी रेडियोलॉजी संस्थान के संचालकों को निर्देश दिया गया था कि उनके संस्थान में जांच हेतु आने वाले लोगों की पूर्ण विवरणी आईडीएसपी सेल में उपलब्ध कराई जाए। परंतु कुछ संस्थानों द्वारा अब तक निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
पुनः 9 अप्रैल 2021 को जिले के सभी रेडियोलोजी संस्थानों के प्रबंधकों तथा चिकित्सकों के साथ बैठक कर यह स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि अविलंब जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा निर्गत निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि जिले में स्थित क्लिनिलैब, आयुष्मान तथा आविष्कार रेडियोलॉजी संस्थानों के संबंध में ऐसी सूचना मिली थी कि उनके संस्थान में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा निर्गत निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है।
शुक्रवार को बैठक के दौरान इन तीनों संस्थान के प्रबंधकों को निर्देश दिया गया था कि अगले 3 दिनों में अपने संस्थान में सभी कार्यों को स्थगित कर पूरी तरह से सैनिटाइज करें। साथ ही सभी कर्मियों का आरटी- पीसीआर टेस्ट कराना सुनिश्चित करें। जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के उपरांत ही संस्थान के संचालन की अनुमति दी जाएगी
उन्होंने बताया कि आज शनिवार को ऐसी सूचना प्राप्त हुई की क्लिनिलैब द्वारा निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है। आज भी कई मरीजों का एक्स रे चेस्ट तथा सीटी चेस्ट जांच किया जा रहा है।
उपायुक्त ने सूचना प्राप्त होते ही गया पुल के पास स्थित क्लिनिलैब का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संस्थान में सभी मशीनों को चालू अवस्था में पाया गया। बाहर से दरवाजा बंद कर दूसरे रास्ते से लोगों को अंदर ले जाया जा रहा था तथा उनका जांच किया जा रहा था।
निरीक्षण के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कई मरीजों का जांच रिपोर्ट देखने के उपरांत यह पाया गया कि दो से तीन व्यक्ति कोविड पॉजिटिव है। फिर भी संस्थान द्वारा उसी मशीन के माध्यम से अन्य व्यक्तियों का भी जांच किया जा रहा है। जिससे अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं तथा उनके संपर्क में आने वाले कई अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त द्वारा जांच हेतु पहुंचे लोग तथा जांच रिपोर्ट लेने पहुंचे एक-एक व्यक्ति से संवाद कर उन्हें कोविड संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु जिला प्रशासन द्वारा निर्गत निर्देशों के संबंध में विस्तार से बताया गया। साथ ही संभावित संक्रमण के विषय में उन्हें अवगत कराया गया।
उपायुक्त ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा निर्गत निर्देशों का उल्लंघन करने एवं संक्रमण फैलाने फैलाने का दोषी मानते हुए क्लिनिलैब को तत्काल सील कर दिया गया है तथा संस्थान के प्रबंधको, संचालकों, चिकित्सकों एवं अन्य दोषियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
मौके पर उपायुक्त श्री उमाशंकर सिंह, आईडीएसपी नोडल डॉ राजकुमार सिंह, अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक, डीएमएफटी पीएमयू के श्री नितिन पाठक एवं श्री शुभम सिंघल सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे।