उपायुक्त ने की निजी चिकित्सा संस्थान संचालकों के साथ ऑनलाइन बैठक

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आने वाले 2 से 3 महीने सभी के लिए चैलेंजिंग

अस्पताल करे इनफेक्शन प्रीवेंशन कमेटी का गठन

समस्या या आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन करेगा पूर्ण सहयोग प्रदान

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद द्वारा धनबाद जिला अंतर्गत कार्यरत सभी निजी चिकित्सा संस्थानों को अपने संस्थान अंतर्गत कुल उपलब्ध आईसीयू एवं नॉन आईसीयू बेड़ों का न्यूनतम 50% बेड कोविड मरीजों के समुचित उपचार हेतु आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है।

इस संबंध में उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमाशंकर सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को जिले के सभी निजी चिकित्सा संस्थान संचालकों के साथ ऑनलाइन बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की गई।

बैठक में उपायुक्त ने राज्य सरकार द्वारा निर्गत निर्देश के संबंध में सभी को अवगत कराया।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी बढ़ गई है। आने वाले 2 से 3 महीने हम सभी के लिए चैलेंजिंग हैं।

उन्होंने कहा कि आपदा के समय लोगों की जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है। अतः हमें अपने पारंपरिक तौर तरीकों में बदलाव करके राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप संक्रमित मरीजों का उपचार सुनिश्चित करना है।

उन्होंने सभी निजी चिकित्सा संस्थान के संचालकों से कहा कि अपने-अपने अस्पताल में इनफेक्शन प्रीवेंशन कमेटी का गठन करें। सभी कर्मियों को इनफेक्शन प्रीवेंशन कंट्रोल की ट्रेनिंग दें। कॉविड मरीजों के इलाज हेतु सभी अस्पतालों में वेंटिलेटेड कमरों, अलग-अलग प्रवेश एवं निकास द्वार, पर्याप्त साइनेज एवं बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कर्मियों को रोस्टर ड्यूटी पर लगाना है। साथ ही आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

संक्रमित मरीजों के उपचार के संबंध में उपायुक्त ने कहा कि सभी अस्पतालों में सेवा भाव से इलाज होना चाहिए। आईसीएमआर द्वारा निर्धारित कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकोल का पूर्ण रूप से अनुपालन होना चाहिए। कोविड-19 प्रोटोकॉल की जानकारी सभी कर्मियों के पास होनी आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि आईसीयू वार्ड में पूर्ण व्यवस्था होनी चाहिए। सभी बेड पर बी या डी टाइप सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन पाइप लाइन, हाई फ्लो मशीन तथा लाइफ सेविंग ड्रग्स की उपलब्धता अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में पहले की तुलना में अधिक मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। अतः नॉन आईसीयू बेड पर भी ऑक्सीजन की उपलब्धता अनिवार्य है।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी अस्पताल प्रबंधकों से कहा कि संसाधनों को मोबिलाइज करें। कल तक सभी तैयारियां पूर्ण करें। किसी भी प्रकार की समस्या या आवश्यकता होने पर खुल कर बताएं। जिला प्रशासन द्वारा सभी को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम सब मिलकर इस वैश्विक महामारी से लड़ सकते हैं तथा जिले के लोगों को उचित स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करा सकते हैं।

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