एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण संबंधित स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री को कुमार मधुरेंद्र सिंह ने पत्र लिखा, प्रति राष्ट्रपति को
मनीष रंजन की रिपोर्ट
किसी भी औधोगिक नगरी विशेष कर वैसा क्षेत्र जो देश को अपने यहां से राजस्व देने के मामले में देश में पहले स्थान पर आता हो और वहां के लोगों को आज के भागमभाग जिंदगी में शहर में हवाई सेवा उपलब्ध न हो तथा जिसकी हवाई सेवा को 35 साल पहले बंद कर दी गई हो वैसे शहर में रहने वाले लोगों को आपसी राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से हवाई सेवा उपलब्ध न हो तो लोगों को क्या महसूस होता होगा वह धनबाद के लोगों से आकर कोई पूछे। धनबाद में केंद्र सरकार की बड़ी बड़ी संस्थानें हैं, आइआइटी-आइएसएम सहित उच्च शिक्षण संस्थाने हैं तथा यहां से हर दिन सैकड़ो लोग रांची, कोलकाता, अंडाल से हवाई सुविधा लेते हैं जो धनबाद के लोगों के लिए दिक्कत होता है उसके बावजूद। पिछले संसद सत्र में धनबाद के सांसद ने लोगों के दवाब के बाद केंद्रीय उड्डयन मंत्री से धनबाद के लिए एयरपोर्ट की मांग की थी तो केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार से जमीन उपलब्ध कराने के बाद विचार करने की बात कही थी। जबकि वास्तविकता यह है कि राज्य सरकार ने इस विषय पर 2018 में ही धनबाद प्रशासन को इस विषय पर निर्णय लेने की बात बोली गई थी। धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद में जमीन उपलब्धता संबंधित बातों को लेकर आज झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ईमेल कर जानकारी दी है जिसमें उन्होंने एयरपोर्ट ऑथोरिटी,रांची के 493dt6/7/18 उपायुक्त, धनबाद को प्रेषित पत्र पर और उसके ज़बाब लिखित रूप से सीओ बलियापुर में जमीन अधिग्रहण की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के संबंध में 1319 dt18/9/18 समाहर्ता, धनबाद को अवगत कराया है और उसकी प्रति उपायुक्त, धनबाद कार्यालय को भी दी गई थी। कुमार मधुरेंद्र सिंह ने राज्य सरकार से अपील की है कि संबंधित दोनों पत्र जो सरकार को अवगत कराया गया है या जिला प्रशासन धनबाद को उस विषय पर तत्काल बैठक बुलाकर जमीन अधिग्रहण संबंधित बातों की स्थिति स्पष्ट कर केंद्र सरकार की आहर्ता पूरी कर धनबाद को एयरपोर्ट की सुविधा जल्द से जल्द मिले। इतना तो निश्चित है कि धनबाद प्रशासन जमीन उपलब्ध करा चुकी है या उपलब्ध होने की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस विषय पर तत्काल धनबाद सांसद तथा धनबाद संसदीय क्षेत्र के छह विधायकों से ऑनलाइन बात कर धनबाद को फिर से एक एयरपोर्ट मिले जो वह केंद्र एवं राज्य सरकार की राजनीतिक प्रतिद्वंदिता की वजह से उपेक्षित है। धनबाद एयरपोर्ट के लिए सभी आहर्ता पूरी करने के बावजूद उपेक्षित है जिसकी वजह से अच्छी चिकित्सा से भी सभी लोग उपेक्षित हैं।
कुमार मधुरेंद्र सिंह ने पत्र की प्रति देश की राष्ट्रपति महोदया, प्रधानमंत्री, केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार, स्वास्थ्य मंत्री सह धनबाद प्रभारी, झारखंड सरकार, धनबाद सांसद, धनबाद जिले के छह विधायकों को, उपायुक्त, धनबाद, अंचल अधिकारी,धनबाद एवं धनबाद मिशन एयरपोर्ट के पदाधिकारियों को भी दी है।