कजरा में को़रोना का संदिग्ध मिलने से भय का माहौल
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
दिनों दिन कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या में इजाफा होने की ख़बर से
लोग सकते में हैं। वहीं ऐसे में किसी क्षेत्र में बाहर से आए लोग संदिग्ध की श्रेणी में आ जाये तो स्वाभावत: घर वालों की चिंता एवं आसपास के लोगों के बीच भय का माहौल उत्पन्न हो जाता है। जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड अंतर्गत मदनपुर पंचायत में खैरा गांव के एक यूवक के बारे में कोरोना संदिग्ध होने की ख़बर आई है। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली से दो दिन पहले अपने गांव आया था और वह ऐहतियात के तौर पर घर कोरोंनटाइन में रह रहा था। जिसे बुधवार की संध्या उसके घर पर ऐम्बुलेंस भेजकर चिकित्सीय देख रेख में लखीसराय लाया गया।यह दीगर बात है कि कोरोना के बढ़ते मामलों में भी अभी तक लोगों में जागरूकता का अभाव है।दुकानदार बिना ऐहतियात बरते अपनी दूकान चला रहे हैं तो शायद हीं ग्राहक मास्क व सोशल डिस्टेंशन का पालन करते हैं। हालांकि कजरा में अभी तक कोई कोरोना पाज़िटिव केश नहीं मिलने के कारण लोग ऐहतियात बरतने की भी आवश्यकता नहीं महशुस कर रहे हैं। जबकि जहां कहीं भी कोरोनावायरस के असर में आए मरीज मिले हैं उनके पीछे ज़्यादातर उनकी लापरवाही देखी गई है। वैसे फिलवक्त खैरा में मिले कोरोना के संदिग्ध को लोग अपनी धारणा से कोरोना पाज़िटिव मान रहे हैं। जिससे आस पास के दूकानदार भी दहशतज़दा होकर अपनी अपनी दुकान बंद कर दिये हैं। वहीं उक्त गांव के लोगों का कजरा बाजार में आवागमन भी नहीं देखा जा रहा है और लोगों के बीच चर्चा के साथ भय का माहौल व्याप्त है। वहीं जिले में गुरूवार को कुल 12 कोरोना के पाज़िटिव मरीज मिलने की ख़बर है। जिसमें सबसे ज्यादा हलसी प्रखंड में छह, चानन में चार, लखीसराय एवं सूर्यगढ़ा प्रखंड में एक एक मरीज़ मिले हैं। जिन्हें आइसोलेशन किया जा रहा है। बताते चलें कि वेशक कई कारणों से सरकारी तौर पर लाकडाउन में ढील दी गई है परन्तु कोरोना ने ढील नहीं दिया गया है। जिससे अपनी ओर से सावधानी में कमी करना जानलेवा साबित हो सकता है। जिसे प्रत्येक लोगों को समझना होगा।