कोराना काल में शिक्षकों और अभिभावकों ने मिलकर किया कमाल

0

बासुकीनाथ से प्रियव्रत झा की रिपोर्ट

जरमुंडी प्रखंड के डुमरथर विद्यालय के शिक्षकों और अभिभावकों ने मिलकर लॉकडाउन अवधि में भी बच्चों को पढ़ाने के लिए एक नई तरकीब का इजाद किया है । शिक्षकों ने समुदाय के सहयोग से एक सौ से अधिक ब्लैक बोर्ड का निर्माण छात्र छात्राओं के द्वार पर स्थापित कर घर के बाहर दीवाल पर बने श्यामपट्ट पर पढ़ाई कर रहे है । सरकार द्वारा लॉकडाउन में पढ़ाई के लिए डीजी साथ कार्यक्रम चलाया गया है मगर सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांव में एंड्रॉयड फोन की संख्या काफी कम है जिस कारण बच्चे डीजी साथ कार्यक्रम से वंचित न रह जाए इसके लिए शिक्षकों ने इस तरीके को अपनाया है ।गत कई महीनों से डूमरथर के पोषक क्षेत्रों में शिक्षा आपके द्वार समुदाय के साथ कार्यक्रम चलाया जा रहा है स इस कार्यक्रम के तहत शिक्षक बच्चों को प्रत्येक दिन भेजे जाने वाले कंटेंट को विस्तार से जानकारी दिये जाने के साथ पाठ्यपुस्तक से भी बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है ।विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ सपन कुमार ने कहा कि कोरोना के कारण पूरे विश्व में पढ़ाई बाधित हैए बच्चे शिक्षा से दूर नहीं रहे इसके लिए समुदाय के सहयोग से शिक्षा आपके द्वार समुदाय के साथ कार्यक्रम चलाया जा रहा है । किसी के तहत पोषक क्षेत्र के गांव में छात्र.छात्राओं के घर के बाहर दीवारों पर समुदाय के सहयोग से एक सौ से अधिक श्यामपट्ट का निर्माण किया गया है इसका लाभ बच्चों को मिल रहा है। प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामविलास मुर्मू ने कहा कि घर के दीवारों पर श्यामपट्ट बनाकर पढ़ाने का तरकीब शायद राज्य में पहला है इससे सामाजिक दूरी एवं कोरोना से बचाओ को ध्यान में रखा गया है। विद्यालय के शिक्षक डॉ सपन कुमार, अजय कुमार मंडल ,अनुज कुमार मंडल एवं सुखलाल मुर्मू पोषक क्षेत्रों में लगातार वर्ग संचालन कर रहे हैं । इसमें बीआरसी जरमुंडी परिवार का सहयोग काफी मिल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed