कोरोना मरीजों के इलाज में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए
उपायुक्त ने दिया 20 निजी डॉक्टरों को 24 घंटे के अंदर योगदान देने का निर्देश
कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की देखभाल में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह 20 निजी डॉक्टर, जो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, धनबाद के अंतर्गत पंजीकृत है, को 24 घंटे के अंदर सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान देना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
इसमें अशर्फी हॉस्पिटल के डॉक्टर रविश रंजन, डॉक्टर उदय शंकर, एशियन द्वारकादास जालान सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर इंद्र प्रसाद रजक, डॉक्टर आशीष कुमार, प्रगति नर्सिंग होम के डॉक्टर सौरव आर्य, डॉ मनजीत सिंह, संगीता हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड के डॉक्टर गौरव प्रकाश, डॉक्टर आनंद रंजन, पाटलिपुत्र नर्सिंग होम के डॉक्टर निखिल ड्रोलिया, सर्वमंगला नर्सिंग होम के डॉक्टर श्रीनिवास सिंह, नामधारी हॉस्पिटल के डॉक्टर राकेश इंदर सिंह, हिल मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर अभिजीत कविराज, मातृ सदन झरिया के डॉक्टर जितेंद्र कुमार, डॉ रवि आनंद, सावित्री सर्जिकल केयर के डॉक्टर बीके बर्नवाल, यश्लोक हॉस्पिटल के डॉक्टर अभिनव अनिल, शक्ति नर्सिंग होम के डॉक्टर एस साहा, आर सी हजरा मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टर समीर हाजरा, अरविंद क्लीनिक के डॉक्टर अरविंद सिंह तथा सनराइज हॉस्पिटल के डॉक्टर अनूप शर्मा को योगदान देने का निर्देश दिया है।
इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि संसाधनों के समुचित प्रबंधन तथा कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज में डॉक्टरों की कमी सामने आई है। इसलिए उपरोक्त डॉक्टरों की सेवा इस कार्य में ली जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर जिला प्रशासन एवं सिविल सर्जन के निर्देशों का अनुपालन करेंगे। कार्य में लापरवाही, उदासीनता या निर्देश का अनुपालन नहीं करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।