कोरोना संक्रमण काल में भी लावारिस का वारिस बन सामाजिक कर्तव्य निभाया
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद के राम-रहीम की जोड़ी के रूप में मशहूर अजय नारायण लाल एवं सोहराब खान की जोड़ी ने आज फिर एक लावारिस लाश का अंतिम संस्कार कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया।
धनबाद के मनईटांड, कला संगम,टेम्पल रोड, धनसार थाना के अंतर्गत गत एक जुलाई को लगभग 40 वर्षीय पुरुष की लावारिस लाश मिली थी। धनसार थाना प्रभारी श्री जयराम प्रसाद ने कागज़ी कारवाई करके अज्ञात शव को पीएमसीएच पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। सरकार के निर्देश में अस्पताल में आये शवों का स्वाब जाँच आवश्यक है। कोविड 19 के लिए स्वाब लेने के बाद अज्ञात शव का पोस्टमार्टम किया गया। जब 72 घण्टे के बाद जब अज्ञात शव का कोई वारिस नही आया तब धनसार थाना प्रभारी के आग्रह पर जिला चैंबर के महासचिव सह पुराना बाज़ार चैंबर ऑफ काॅमर्स के अध्यक्ष श्री अजय नारायण लाल एवं पुराना बाजार चैंबर ऑफ काॅमर्स के पूर्व अध्यक्ष श्री सोहराब खान के द्वारा अज्ञात शव को उसकी धार्मिक पहचान एवं पूरी रीति रिवाज के साथ मटकुरिया मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अजय नारायण लाल एवं सोहराब खान की जोड़ी पूरे कोयलांचल में राम-रहीम के नाम से प्रसिद्ध है और दोनो की जोड़ी ने अब तक 158 लावारिस शवों का उसकी धार्मिक पहचान के साथ पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार कर चुके हैं। आज जहाँ कोरोना काल मे अपने अपनो की अंतिम संस्कार में शामिल होने से बचते हैं वही धनबाद के राम रहीम ने आज फिर एक लावारिस का वारिस बन कर कोरोना काल मे अपनी इंसानियत धर्म को पूरी ईमानदारी से निभाया ।