गंभीर मरीजों की जान बचाने में संजीवनी का काम करेगी प्लाज्मा थेरेपी – उपायुक्त
कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीजों की जान बचाने में प्लाज्मा थेरेपी संजीवनी का काम करेगी तथा इससे कई लोगों की जान बचाई जा सकेगी। उक्त बातें उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह ने आज प्लाज्मा डोनर्स के लिए अपील जारी करते हुए कही।
उपायुक्त ने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करने को लेकर डोनर्स के संक्रमण की चपेट में आना, खून निकालना सहित अन्य प्रकार की भ्रांतियां है, जिसे दूर करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा प्लाज्मा डोनर्स संक्रमण की चपेट में नहीं आएंगे। केवल कोरोना नेगेटिव व्यक्ति को ही प्लाज्मा डोनेट करने के लिए इंट्री मिलेगी। इसके बाद उनका रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट, एचआईवी, मलेरिया, सिरम प्रोटीन सहित अन्य प्रकार के बेसिक टेस्ट किए जाएंगे। योग्य होने के बाद डोनर के शरीर से केवल प्लाज्मा लिया जाएगा। इसके बाद प्लाज्मा को गंभीर मरीज के शरीर में ट्रांसफ्यूज किया जाएगा जो उनके लिए संजीवनी का काम करेगा।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन ने पीएमसीएच ब्लड सेंटर में लगभग 600 डोनर के प्लाज्मा को स्टोर करने की व्यवस्था की है। इससे एक साल तक गंभीर मरीजों का उपचार किया जा सकेगा। प्रथम 10 प्लाज्मा डोनर्स को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा एवं उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही उनके आने जाने की व्यवस्था, रिफ्रेशमेंट सहित अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि जो भी पहले कोरोना संक्रमित थे और 30 दिन पहले नेगेटिव हो गए हैं, वैसे व्यक्ति गंभीर मरीजों की जान बचाने में प्लाज्मा डोनेट करने के लिए सामने आए।