गेल गैस सीएनजी आज से धनबाद में भी उपलब्ध
गेल गैस सीएनजी आज से धनबाद में भी उपलब्ध
निरसा व पुटकी में सीएनजी स्टेशन का उद्घाटन
लगभग 500 ऑटो, 250 कारों व वाणिज्यिक वाहनों को प्रति दिन ईधन देने की क्षमता
कम कार्बन फुट प्रिंट वाला ईंधन है सीएनजी
स्वच्छ पर्यावरण के लिए है अनुकुल
गेल गैस लिमिटेड ने धनबाद शहर में वाहनों के लिए पर्यावरण अनुकूल ईंधन की आपूर्ति के लिए वाणिज्यिक रूप से कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) का वितरण एचपीसीएल के रिटेल आउटलेट मैसर्स निरसा सर्विस स्टेशन, एनएच-19 निरसा और गुप्ता पेट्रोलियम, एनएच 32-पुटकी क्षेत्र में शुरू कर दिया है।
आज श्री एस हरि प्रसाद, मुख्य महाप्रबंधक, पूर्वी क्षेत्र एचपीसीएल, श्री सुमंत झा, एचपीसीएल राज्य प्रमुख, झारखंड और श्री तपन पलाई, प्रभारी अधिकारी, गेल गैस लिमिटेड ने इसका विधिवत उद्घाटन संयुक्त रुप से किया।
उद्घाटन के बाद श्री प्रसाद ने बताया कि गेल गैस लिमिटेड के दोनों सीएनजी स्टेशनों पर प्रति दिन 3000 किलोग्राम सीएनजी की क्षमता है। यह प्रति दिन लगभग 500 ऑटो और 250 कारों और वाणिज्यिक वाहनों को ईधन देने की क्षमता रखता है | पुटकी आउटलेट से धनबाद, बोकारो, रांची के बीच आने-जाने वाले लोगों को फायदा होगा और निरसा आउटलेट यूपी, बिहार, झारखंड से पश्चिम बंगाल आने वाले लोगों की सेवा करेगा।
इन 2 सीएनजी स्टेशनों के शुरू होने के साथ धनबाद जिला झारखंड के ग्रीन मैप पर वाहनों के लिए सीएनजी की आपूर्ति करने वाला चौथा शहर बन गया है। कंपनी इस वित्त वर्ष में 9 और सीएनजी स्टेशन से सीएनजी वितरण शुरू करेगी और आने वाले 5 वर्षों में जिले में पहले चरण में कुल 30 सीएनजी स्टेशन जोड़ेगी। जिले में सीएनजी 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध है। लोगों को सीएनजी के इस्तेमाल से पेट्रोल की तुलना में 3.50 रुपये प्रति किलोमीटर की बचत होगी।
गेल गैस लिमिटेड के बारे में बताते हुए कहा कि यह महारत्न गेल (इंडिया) लिमिटेड की पूर्णत: स्वामित अनुषंगी कंपनी है। यह पूरे देश में शहरी गैस वितरण परियोजनाओं को लागू करने में कार्यरत है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने गिरिडीह और धनबाद जिलों में शहरी गैस वितरण परियोजनाओं को लागू करने के लिए अपने नौवें दौर की बोली में गेल गैस को अधिकृत किया है।
कंपनी धनबाद और गिरिडीह जिले के विभिन्न हिस्सों में 7002 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करेगी। जिसमें धनबाद के बलियापुर, धनबाद-सह-केंदुआडीह-सह-जोगता, निरसा-सह-चिरकुंडा, गोबिंदपुर, पूर्वी टुंडी, तोपचांची, टुंडी, बाघमारा-सह-कतरास तथा गिरिडीह जिले के बेंगाबाद, बिरनी, देवरी, धनवार, डुमरी, गांडे, गवां, गिरिडीह, जमुआ, सूरिया, तिसरी और बगोदर भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि सीएनजी एक नए युग का ईंधन है जो पर्यावरण हितैषी होने के साथ साथ सस्ता ईधन भी है। यह सबसे कम कार्बन फुट प्रिंट वाला ईंधन है। सीएनजी में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन लगभग 27%, कार्बन मोनोऑक्साइड लगभग 84%, नाइट्रोजन ऑक्साइड लगभग 58% और पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) उत्सर्जन लगभग 97% कम होता है।