चुनावी प्रणाली का हिस्सा या बनें समरसता का फरिस्ता-अशोक सिंह
चुनावी प्रणाली का हिस्सा या बनें समरसता का फरिस्ता-अशोक सिंह
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
विकर्षित व सामाजिक समरुपता के चाहत रखने वाले शख्स की आवाज एक न एक दिन समाज में मान्य व प्रतिष्ठा का रुप देती हीं है। ऐसे ही एक शख्स का नाम इन दिनों सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र में अब्बल नंबर पर माना जा रहा है। ये इस शख्स हैं रवी शंकर प्रसाद उर्फ अशोक सिंह जो लोजपा के पद पर बीते विधानसभा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहां की चुनावी प्रणाली का हिस्सा बने या समाजिक समरूपता का फरिश्ता। क्योंकि समस्याएं जन जन की है विभिन्न किस्म की समस्याएं से लोग ग्रसित हैं जो लोकतंत्र और प्रजातंत्र के नाम पर लांक्षना है उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हम केवल चुनावी प्रणाली का हिस्सा बनकर रह गए हैं,हमें इसके आगे भी समाज के लिए सोचना होगा।हमें जो चुनाव में हासिल हुआ वो संतोषजनक है लेकिन इससे बेहतर परिणाम के लिए सभी कार्यकर्ताओं को समाज से जुड़कर उनके सुख-दुख में शामिल होना होगा।उक्त बातें शुक्रवार को आयोजित लोजपा की समीक्षा बैठक में लोजपा नेता रविशंकर प्रसाद सिंह उर्फ अशोक सिंह ने कार्यक्रताओं को सम्बोधित करते हुए कही।कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद रामचन्द्र पासवान व संचालन लोजपा के जिला उपाध्यक्ष रामाशीष पासवान ने की।कार्यक्रम को शिक्षाविद अंजनी आनन्द,जिला मुखिया संघ के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश साह,व्यपार मण्डल अध्यक्ष सतीश कुमार,प्रखंड उपप्रमुख सुजीत कुमार,समाजिक कार्यकर्ता कृष्णदेव कुमार उर्फ बंटी,लोजपा के जिला उपाध्यक्ष कन्हैया पासवान,चैम्बर ऑफ कामर्स के सूर्यगढ़ा सचिव आलोक अग्रवाल,मुखिया प्रियरंजन कुमार,लोजपा नेत्री नीतू देवी,कुमकुम देवी,लक्ष्मी साव,घन्टुन सिंह, महतो व छोटेलाल यादव सहित कई अन्य लोजपा कार्यकर्ता व बुद्धिजीवी ने संबोधित किया।कार्यक्रम में पूर्व मुखिया अमरदीप कुमार,दिलीप राम,अशोक महतो,सुदामा पासवान,प्रेम महाजन,जितेंद्र सिंह,विनोद पासवान समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे।