जरमुंडी में वृद्धा पेंशन के नाम पर आर्थिक शोषण किए जाने का आरोप
बासुकीनाथ से प्रियव्रत झा की रिपोर्ट
जरमुंडी प्रखंड के पेटसार पंचायत अंतर्गत बेल्टीक्री गांव की दर्जनों अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाएं सरकार के सामाजिक सुरक्षा नीति को गरीब महिलाओं के लिए दमनकारी बताते वृद्धा पेंशन के नाम पर आर्थिक शोषण किये जाने का आरोप लगाया है। महिलाओं ने आरोप लगाते कहा कि 70 साल की उम्र पार कर चुकी नुसरत बानो ,अफसाना बीवी ,नूरजहां जैसी विधवा महिलाएं वृद्धा एवं विधवा पेंशन के नाम पर पिछले 5 वर्षों से अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते निराश होकर घर बैठ चुकी है। इन सबों का विधवा एवं वृद्धा पेंशन दिलाने के नाम पर अंचल कर्मियों द्वारा वर्षों तक आर्थिक शोषण किया जाता रहा है। आक्रोशित महिलाओं ने कहा कि जब नाक से पानी ऊपर आ गया तब इन महिलाओं ने कथित रिश्वत खोर मुलाजिम को खरी खोटी सुना कर आर्थिक शोषण की गुलामी से किसी तरह निजात पाकर सरकार की विधवा एवं वृद्धा पेंशन योजना को गरीबों के लिए मजाक बताते हुए ऐसी योजनाओं को बंद कर देने की बात कही। सामाजिक सुरक्षा योजना के लाभ से वंचित इन महिलाओं का कहना था कि जब दलित, शोषित एवं अल्पसंख्यक तबके के लोग समाज में सुरक्षित नहीं रहेंगे तो ऐसी योजनाओं का क्या मतलब रह जाता है।कहते हैं कि मुखिया एवं वार्ड पार्षद को सैकड़ों बार अपना फरियाद सुना चुकी लेकिन महिलाओं के सहयोग के लिए किसी ने अपना हाथ आगे नहीं बढ़ाया। अब इन लोगों का कहना है कि मरे या बचे सरकार की ऐसी योजना को लानत है। अल्पसंख्यक महिलाओं की परेशानियों को लेकर जब मुखिया से पूछा गया तो सभी लोगों के आवेदन भेज देने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ देती है।