जियलगोड़ा अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में शुरू करें बीसीसीएल
जिला प्रशासन उपलब्ध कराएगा आवश्यक दवाइयां व लॉजिस्टिक
बीसीसीएल करे चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी व अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति
उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, श्री उमा शंकर सिंह ने बीसीसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर जियलगोड़ा अस्पताल सहित बीसीसीएल के अन्य क्षेत्रीय एवं पेरिफेरल अस्पतालों को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर के रूप में अविलंब शुरू करने का निर्देश दिया है।
उपायुक्त ने कहा कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में कोरोनावायरस पहले की तुलना में ज्यादा मारक क्षमता वाला है। इस परिस्थिति में जिला प्रशासन के सामने कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का बेहतर इलाज करना एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर कर सामने आया है। बीसीसीएल में लगभग 30,000 से अधिक कर्मी भी कार्यरत है। जिला प्रशासन बीसीसीएल में कार्यरत कर्मी और उनके परिजनों को भी उचित स्वास्थ्य प्रबंधन उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
जिला प्रशासन वर्तमान में 9 सरकारी एवं 21 निजी डेडिकेटिड कोविड हेल्थ केयर सेंटर एवं अस्पताल के माध्यम से कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार कर रहा है तथा गंभीर मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में आईसीयू बेड तथा ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का प्रयास कर रहा है।
इसलिए जिले में सभी चिकित्सा संस्थानों के साथ साथ बीसीसीएल के जियलगोड़ा तथा अन्य क्षेत्रीय एवं पेरिफेरल अस्पतालों का पूरी तरह से सदुपयोग होना चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि बीसीसीएल के अस्पतालों के त्वरित संचालन में जिला प्रशासन आवश्यक दवाइयां व लॉजिस्टिक उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। परंतु चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी, अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति तथा सीमित ऑक्सीजन की आपूर्ति के मद्देनजर रीजनल व पेरिफेरल अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति डी टाइप जंबो सिलेंडर, बी टाइप सिलेंडर या ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से बीसीसीएल करना सुनिश्चित करे।