जोनल ऑफिस के स्थानांतरण के विरोध में केन्द्रीय वित्त मंत्री को पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
झारखंड की आर्थिक राजधानी धनबाद जहाँ से केंद्र सरकार, राज्य सरकार को करोड़ों का राजस्व मिलता है, उसी शहर के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता रहा है । ताजा उदाहरण भारतीय स्टेट बैंक धनबाद के ज़ोनल कार्यालय को देवघर में विलया करने को लेकर है। उसके विरोध के स्वर हर ओर से हो रहा है । आज इसी कड़ी में बैंक मोड़ चैंबर ऑफ काॅमर्स के पूर्व अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र अरोड़ा ने माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है।
उन्होंने माननीय मंत्री महोदया को मार्मिक पत्र लिखकर कहा है कि कोयला राजधानी धनबाद अवस्थित एसबीआई के ज़ोनल कार्यालय को देवघर कार्यालय मे विलय एवं स्थानांतरण की साज़िश रची जा रही है । धनबाद स्थित ज़ोनल कार्यालय के अंतर्गत छः जिले जो औधोगिक जिले धनबाद, बोकारो, हज़ारीबाग़, गिरीडीह ,कोडरमा एवं चतरा आते हैं । ये सभी जिले व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं l इन जिलो मे बीसीसीएल, सीसीएल, आईआईटी, सिम्फ़र, टाटा कोलियरी, डीजीएमएस, बोकारो स्टील प्लांट तथा टीएमटी बार बनाने वाली कंपनी तथा कई महत्वपूर्ण संस्थान है । धनबाद एसबीआई के ज़ोनल कार्यालय के अन्तर्गत चार क्षेत्रीय कार्यालय धनबाद, बोकारो,कोडरमा, हज़ारीबाग़ कार्यरत हैं । धनबाद जोनल ऑफिस अंतर्गत आने वाले बैंकों से होनेा वाले कारोबार भी दूसरे या तीसरे नम्बर मे अपना स्थान रखता है l
इसके तुलनात्मक देवघर ज़ोनल कार्यालय मे सिर्फ़ तीन क्षेत्रीय कार्यालय ही पड़ते हैं। धनबाद की तुलना मे इसका कारोबार भी बहुत कम है l
आज तक बड़ी शाखा मे छोटी शाखा का विलय किया जाता है लेकिन यहाँ उल्टी गंगा बहती दिख रही है ।