झमाडा के सेवानिवृत्त कर्मचारी द्वारा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
धनबाद कार्यालय
जीवन भर नौकरी करने के पश्चात जब कोई कर्मचारी सेवानिवृत्त होता है तो उसे आशा रहती है कि सेवानिवृत्ति के पश्चात उसे सेवानिवृत्ति के देय लाभों की प्राप्ति यथाशीघ्र हो जाए । यह उसका अधिकार है। परंतु रामप्रवेश सिंह सेवानिवृत्त शोधक स्वास्थ्य विभाग झमाडा द्वारा आज दिनांक 8 जनवरी 2021 को झमाडा कार्यालय के मुख्य गेट पर अपनी पावना के ना मिलने के कारण अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठना मजबूरी हो गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उपर्युक्त प्रासंगिक विषय के संबंध में प्रबंधन का कहना है कि दामोदर हेड वक्स जामाडोबा से सूचना प्राप्त है कि आप जमाडोबा कॉलोनी में अवैध रूप से दिनांक 29 नवंबर 2000 से रहे हैं । उक्त आवास को मेस क्वार्टर के रूप में चिन्हित किया गया है। इस कारण से आप के बकाया पावनाओं के भुगतान पर रोक लगाई जाती है।
दूसरी ओर रामप्रवेश सिंह का कहना है कि उनसे प्रत्येक महीने आवास का किराया काटा जाता है। तो उनका वहां रहना अवैध कैसे हुआ। इस संबंध में उन्होंने प्रबंधन से कई बार बात की परंतु प्रबंधन द्वारा इसका कोई जवाब नहीं दिया गया ना ही उक्त विषय में कोई कार्यवाही की गई। अतः उन्हें अपनी पावनाओं के भुगतान हेतु भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। परंतु प्रबंधन पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। रामप्रवेश सिंह जब अपनी मांगों को लेकर झमाडा कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे तो उन्हें जबरन गेट के बाहर निकाल दिया गया। मजबूरी में वे गेट के बाहर ही भूख हड़ताल पर बैठ गए।