डॉ.. जितेंद्र सिंह ने आईआईएम जम्मू के5 दिवसीय ऑनलाइन उन्मुखीकरण (ओरिएंटेशन)कार्यक्रम का उद्घाटन किया

0



डॉ.. जितेंद्र सिंह ने कहा, जम्मू उत्तर भारत के एक शैक्षणिक केंद्र के रूप में उभरा है

केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्षराज्य मंत्री डॉ.. जितेंद्र सिंहने आज भारतीय प्रबंधन संस्थान, जम्मूके पांच दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम (ओरिएंटेशन)का ई-उद्घाटन किया। यह कार्यक्रमएमबीए के 5वें बैच के लिए और पीएचडी प्रोग्राम के पहले बैच के लिए आयोजित किया गया है। उन्मुखीकरण कार्यक्रमका ई-उद्घाटन करते हुएडॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आईआईएम, जम्मू; भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र  मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की जम्मू-कश्मीर के शिक्षा क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों में से एक है।

श्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा जम्मू में पिछले छह वर्षों में किए गए विकास और विशेष रूप से शैक्षिक प्रोत्साहन के बारे में जानकारी देते हुए, डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू; भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय जनसंचार संस्थान, एम्स, भारतीय समग्र औषधि संस्थान का उन्नयन, भदेरवाह में निर्मित किया जाने वाला राष्ट्रीय उच्च क्षेत्र औषधि संस्थान,औद्योगिक बायोटेक पार्ककठुआ की स्थापना के साथ उत्तर भारत में एक शिक्षा-केंद्र के रूप में उभरा है।इसके अलावा केंद्रीय निधि की सहायता से जम्मू में 4 सरकारी मेडिकल कॉलेज, आरयूएसए द्वारा वित्त पोषितइंजीनियरिंग कॉलेज, एक आयुर्वेदिक कॉलेज, होम्योपैथिक कॉलेजजैसे अन्य केंद्रीय संस्थानों की भी स्थापना की जा रही है।

डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि 5 अगस्त, 2019 को हुए ऐतिहासिक संवैधानिक बदलाव के बाद शैक्षणिक विकास की बाधाओं दूर हुई हैं। पूरे भारत के विभिन्न क्षेत्रों से सर्वश्रेष्ठ शिक्षाविद समर्पण के साथ जम्मू-कश्मीर में आने के लिए तैयार हैं। पिछली आशंकाएँ अब डोमिसाइल कानून के अस्तित्व में आने के साथ समाप्त हो गयी हैं। इस डोमिसाइल कानून का सबसे बड़ा लाभ,जम्मू के सभी नए प्रमुख संस्थानों के अकादमिक संकाय के संवर्धन के रूप में प्राप्त होगा।

डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि जम्मू में एम्स, आईआईएम, आईआईटी और अन्य संस्थानों को सही समय पर स्थापित किया गया है क्योंकि यह स्थान अब बड़े निवेश के लिए खुल रहा है और इसके साथ ही केंद्र शासित प्रदेश सरकार ने 25000 करोड़ रुपये के निवेश से एक आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। इससे उधमपुर जैसे छोटे जिलों में भी नए औद्योगिक हब और औद्योगिक संपदा की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा।

डॉ. सिंह ने कहा कि भारत एक वैश्विक निर्माण एवं आईटी हब बनने की कगार पर है और हमारे शोध के आउटपुट और अंतरिक्ष विभाग के शोध निष्कर्ष अब अमेरिका के नासा जैसे कुछ प्रमुख विश्व संस्थानों द्वारा खरीदे जा रहे हैं जोदेश द्वारा स्थापित विश्वसनीयता और वर्चस्व को दर्शाते हैं।

इसरो बहुत जल्द मानव सहित स्पेसफ्लाइट मिशन गगनयान की शुरुआत करेगा। कोविड-19 के बाद के युग में, भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित होगी।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में, बीओजी, आईआईएम, जम्मू के चेयरमैन डॉ. मिलिंद काम्बली ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि आईआईएम, जम्मूतेजी से प्रगति कर रहा है और इसने अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान, कार्यकारी शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंध के कारण इतने कम समय में अत्यधिक प्रतिष्ठा अर्जित की है।

इससे पहले ई-उद्घाटन के दौरान, प्रोफेसर बी.एस. सहाय, निदेशक, आईआईएम, जम्मू ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हमारी दृष्टि ऐसे अग्रणी व्यक्तियों  और उद्यमियों को विकसित करना है जो वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन कर सकें और समाज के लिए बहुमूल्य योगदान दे सकें।हमारा मिशन आईआईएम, जम्मू को भारत का शीर्ष बिजनेस स्कूल बनाना है, जिसका दृष्टिकोण वैश्विक हो तथा फोकस राष्ट्रीय और क्षेत्रीय हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *