तनाव मुक्ति हेतु खेलकूद विषयक वेबीनार सम्पन्न
गोड्डा कार्यालय
लॉक डाउन के साइड इफेक्ट के रूप में अवसाद व तनाव के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। खासकर युवावर्ग अवसाद के अधिक शिकार हो रहे हैं वही अनेक आत्महत्या के मामले भी सामने आ रहे। ऐसे में सिकामो विश्वविद्यालय दुमका के निर्देश पर एनएसएस की स्थानीय महिला कॉलेज शाखा द्वारा बुधवार को तनाव से मुक्ति में खेलकूद कितना आवश्यक कारगर विषयक वेबीनार का आयोजन हुआ। वेबीनार में बतौर विशेषज्ञ अतिथि विभिन्न खेलों के प्रमुख सुरजीत झा, नोडल ऑफिसर प्रो. सुमनलता एवं कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. नूतन झा के अलावा एनएसएस की स्वयंसेवी छात्राएं शामिल हुईं। अतिथि विशेषज्ञ श्री झा ने प्रतिभागियों के विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए कहा कि खेल जटिलता से सरलता में परिवर्तित होने और करने की विधा है, यही कारण है कि लोग किसी काम को चुटकी में किये जाने की जगह खेल-खेल में किये जाने की बात भी कहते हैं। कहा कि जटिलता को सरलता में बदलने वाली कला मनुष्य को कभी अवसादित नहीं कर सकती। यही वजह है कि एक सफल खिलाड़ी कभी आत्महत्या नहीं करता। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान परिवार के सदस्यों के साथ कैरम, शतरंज, लूडो, पचीसी और अंत्याक्षरी जैसे खेल खेलकर हम अपना स्वस्थ मनोरंजन के साथ-साथ परिवार जनों के सानिध्य सुख को प्राप्त करते हुए हर तरह के मानसिक तनावों से खुद को दूर रख सकते हैं।