तिब्बतियों ने ल्हासा मार्केट में दलाई लामा की पूजा अर्चना की, मानवाधिकार दिवस भी मनाया
चंदन पाल की रिपोर्ट
धनबाद : शहर के पुराना बाजार और ज़िला परिषद ल्हासा मार्केट में रविवार को धर्मगुरु दलाई लामा की पूजा-अर्चना की गई। तिब्बती लोगों ने बताया कि यह दिन उनके लिए दो कारणों से काफी अहम है। तिब्बत के लिए संघर्ष कर रहे दलाई लामा को इसी दिन नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जिससे प्रमाणित होता है कि विश्व ने तिब्बतियों के संघर्ष को अपनी मान्यता दी है। तिब्बती लोगों को चीन से मानवाधिकार दिलाना भी इस दिन का उद्देश्य है। विश्व को चीन की दमनात्मक नीति का स्मरण दिलाने के लिए ही तिब्बती इस दिन को याद करते हैं।
तिब्बतियों के लिए यह दिन अहम होता है। अहिंसा के प्रति प्रतिबद्धता और तिब्बत समस्या के समाधान के लिए दूरगामी सुझावों के उपलक्ष्य में 10 दिसंबर-1989 को दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। इस दिन से संसार भर के तिब्बती खोई हुई स्वतंत्रता प्राप्त करने और संघर्ष को अहम दिन के रूप में मनाते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।