तिब्बत को चीन से मुक्त करने को लेकर अरूणाचल प्रदेश के बामुला दर्रे से चली तिब्बती युवा कांग्रेस की बाईक रैली का धनबाद आगमन पर स्वागत

मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद: तिब्बत को चीन से मुक्त करने की मांग तिब्बत के लोग एवं भारत में रह रहे तिब्बती शरणार्थी पिछले कई दशकों से विश्व के पटल पर विशेष कर भारत के लोगों से साथ देने की अपील करते आ रही है।
इसी मांग को लेकर तिब्बती युवा कांग्रेस 22 नवंबर से अरूणाचल प्रदेश के भारत तिब्बत सीमा के बुमला दर्रे से बाइक रैली शुरू होकर देश के 19 राज्यों से गुजरते हुए सभी सांसदों, विधायकों, समाजसेवी संस्थाओं एवं मीडिया को ज्ञापन देकर तिब्बत को मुक्त करने के छह दशक से चल रहे प्रयास को साकार करने की अपील करने के लिए धनबाद पहुंची। यह 19 राज्यों से गुजरते हुए पंद्रह हजार किलोमीटर तय करेगी।
धनबाद में ऊलेन मार्केट संचालित करने पहुंचे तिब्बती शरणार्थियों ने बाईक रैली का स्वागत कर उपस्थित मीडिया कर्मियों से मुखातिब होकर छह दशक से चल रहे आंदोलन को समर्थन करने की अपील की।
चिल्ड्रेन पार्क, हीरापुर ल्हासा मार्केट के संचालक पूर्व सांसद शेवांग ताषी ने अनंत सोच लाइव न्यूज पोर्टल को बताया कि तिब्बती लोग की जन आकांक्षा तिब्बत को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अधीनस्थ सरकार को हटाने को लेकर शांति के लिए नोबेल पुरस्कार सम्मानित दलाई लामा के सपने को साकार करने के लिए यह बाईक रैली मील का पत्थर साबित हो सकती है।