दसवीं एवं बारहवीं के परीक्षार्थियों के बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन कराने को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र तथा ईमेल
मनीष रंजन की रिपोर्ट
विश्व के सबसे बडे टीकाकरण अभियान की सफलतापूर्वक संचालन से देश में कोरोना संक्रमण अब नियंत्रण में है। जरूरत है कि जबतक पूर्ण टीकाकरण नहीं हो जाता है तबतक सावधान रहने की नितांत जरूरत है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुत्रानुसार अब दो से अठारह वर्ष के बीच के बच्चों पर कोवैक्सीन का परीक्षण पूरा हो चुका है तथा इस वर्ष के अंत तक वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया भी शुरू जायेगी। ऐसी घोषणा के बाद स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को बहुत बड़ी राहत मिली है। ऐसे ही एक अभिभावक धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं झारखंड अभिभावक महासंघ के उपाध्यक्ष तथा विभिन्न संगठन के अधिकारी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने सबसे पहले दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा देने वाले बच्चों को उनके स्कूलों में ही वैक्सीनेशन कर उन्हे कोरोना के प्रति मजबूत होकर वार्षिक परीक्षा में बैठ सके। सभी बोर्ड को ऑफलाइन परीक्षा लेने की भी छुट मिल सकेगी। उन्होंने सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में वैक्सीनेशन की सुविधा देने की भी अपील की है। स्कूलों में वैक्सीनेशन कैंप लगाने से सभी बच्चों के वैक्सीनेशन होने की संभावना ज्यादा है एवं अभिभावकों के लिए सुविधाजनक भी होगी।
उन्होंने पत्र की प्रति केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री,भारत सरकार, मुख्यमंत्री,झारखंड सरकार, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार, अपर मुख्य सचिव झारखंड सरकार सह प्रधान सचिव,स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार,उपायुक्त, धनबाद,निदेशक सह वैक्सीनेशन नोडल पदाधिकारी, झारखंड सरकार, सिविल सर्जन,धनबाद, प्राचार्य, सीबीएसई एवं आईसीएसई बोर्ड के धनबाद स्कूलों,
धनबाद जिला वैक्सीनेशन इंचार्ज तथा झारखंड के विभिन्न दैनिकों के संपादक को ध्यानाकर्षण के लिए दी है।