दून पब्लिक एवं किड्स गार्डन द्वारा बीपीएल बच्चों के नामांकन रद्द को लेकर शिक्षा मंत्री का उपायुक्त को कार्रवाई का आदेश
मनीष रंजन की रिपोर्ट कोरोना काल के भयावह रूप से निपटने के बाद स्कूल प्रबंधन के अविवेकपूर्ण रवैये की वजह से निजी स्कूल में पढ़ाने वाले अभिभावक अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। एक तो दो वर्ष कोरोना की वजह से आर्थिक स्थिति से त्रस्त अभिभावक पूरे कोरोना काल के वार्षिक शुल्क सहित अन्य शुल्क देने पर मजबूर हुए वहीं दूसरी ओर स्कूल खुलने के बाद स्कूल प्रबंधन लगातार अपनी मनमानीपन से सुर्खियों में रहना चाह रहा है।पिछले दिनों झारखंड अभिभावक महासंघ के अध्यक्ष श्री पप्पू सिंह ने मुख्यमंत्री सहित शिक्षा मंत्री को ट्वीट कर दून पब्लिक स्कूल एवं किड्स गार्डन स्कूल के द्वारा 40 बीपीएल कोटे से नामांकित बच्चों को स्कूल से निकाले जाने की जानकारी दी थी। राज्य के शिक्षा मंत्री श्री जगरनाथ महतो ने ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए धनबाद के उपायुक्त को ट्वीट कर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।