देवघर-दुमका मार्ग पर पुलिया टूटने से आवागमन से दुर्घटना का भय
बासुकीनाथ से प्रियव्रत झा की रिपोर्ट
दुमका देवघर राष्ट्रीय राजपथ की जर्जर स्थिति हो जाने के कारण अब ग्रामीण सड़कों पर व्यवसायिक वाहनों का चलना शुरू हो गया है। गांव की सड़कों पर सुबह से शाम तक वाहनों का काफिला गुजरने से गांव वालों का जीना मुहाल हो गया है जिससे ग्रामीणों को चौबीसों घंटा सड़क दुर्घटना की चिंता सताने लगी है। गौरतलब है कि जरमुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत देवघर दुमका मुख्य मार्ग पर पुलिया के टूट जाने से आसपास के गांव की सड़कों पर वाहनों का बोझ बढ़ने लगा है। गांव की सड़कों पर धड़ल्ले से छोटी बड़ी गाड़ियां दौड़ती नजर आ सकती है। जरमुंडी थाना क्षेत्र के बीसनपुर निवासी हिमांशु शेखर मिश्रा ग्रामीणों के दर्द को बयां करते हुए कहते हैं कि मुख्य सड़क की पुलिया टूट जाने से कमर्शियल वाहनों द्वारा बायपास सड़क का इस्तेमाल कम ग्रामीण सड़कों का इस्तेमाल व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। गांव से लगातार वाहनों के गुजरने से छोटे.छोटे बच्चे बेवजह दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। स्वच्छंद विचरण करने वाले बच्चों के ऊपर हमेशा निगरानी रखना किसान मजदूर किस्म के अभिभावकों के लिए असंभव है। वही बड़ी संख्या में वाहनों के चलने से ग्रामीण सड़को की आयु भी कम होती जा रही है। अगर कमर्शियल वाहनों के गांव में प्रवेश करने को रोका नहीं गया तो मियाद पूरा होने के पहले ही गांव की सड़क बदहाली के कगार पर पहुंच जाएगी।