धनबाद की बिजली व्यवस्था को डीवीसी से हटाकर पूरी तरह से नेशनल ग्रीड से जोडने की अपील ट्वीट के द्वारा
मनीष रंजन की रिपोर्ट
देश को कोयले की बिजली से रौशनी देने वाले धनबाद की शायद यह नियति कब बदलेगी, यह कहने वाला कोई नहीं है। सरकार चाहे एनडीए की हो या यूपीए की धनबाद के वासियों को बिजली की कमी का रोना झेलना ही पड रहा है। बिजली की समस्या की सबसे बड़ी वजह बिजली संचरण की लचर व्यवस्था। संपूर्ण कोयलांचल डीवीसी के कमांड क्षेत्र में आता है जिसके ग्रीड सब स्टेशन शहर से दूर हैं और वह कोलियरी क्षेत्र में रहने की वजह से हमेशा मेंटेनेंस की जरूरत पडती है जिससे लंबे समय तक बिजली कटी रहती है। लंबे समय तक बिजली कटी रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सरकार के तरफ से धनबाद के कांड्रा में एक सब स्टेशन बना है जिसे नेशनल ग्रीड से जोड़ा गया है पर उसे पूर्ण रूप से चलाने की क्षमता नहीं है। जिससे धनबाद में वैकल्पिक सुविधा होते हुए भी उसका उपयोग नहीं हो रहा है ।
धनबाद में बिजली प्रबंधन एवं बिजली की व्यवस्था को लेकर बैंक मोड़ चैंबर के अध्यक्ष श्री प्रभात सुरोलिया ने माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड को ट्वीट कर धनबाद को डीवीसी के कमांड क्षेत्र से हटा कर पूर्ण रूप से नेशनल ग्रीड से जोडने की अपील की है ताकि धनबाद को निर्बाध रूप से बिजली मिल सके। अभी बिजली डीवीसी देती है और रखरखाव झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड करती है जिससे हमेशा अजीब सी स्थिति बनी रहती है। एक दूसरे पर फेंका फेंकी लगा रहता है और आम उपभोक्ता परेशान रहता है।