धनबाद की लचर विधुत व्यवस्था के सुधार हेतू केंद्रीय ऊर्जा मंत्री को पत्र तथा ईमेल
मनीष रंजन की रिपोर्ट धनबाद की लचर विधुत व्यवस्था जो कि राजनीतिक विचार की वजह से ही है। वास्तविकता में कुछ और है। झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड और डीवीसी एक दूसरे पर फेंका फेंकी के सिलसिले को यहां की जनता दशकों से झेल रही है। राज्य में चाहे किसी की भी सरकार हो धनबाद के लोगों की नियति में ही बिजली की किल्लत को झेलना है।आज इसी मुद्दे को धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने डीवीसी एवं झारखंड सरकार के जेवीवीएनएल के बीच में लगातार चलने वाली लड़ाई को रोकने एवं समस्या के जल्द एवं उचित समाधान करने की अपील की है।उन्होंने पत्र की प्रति मुख्यमंत्री , झारखंड , प्रधान सचिव झारखंड सरकार एवं ऊर्जा सचिव, झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड, महाप्रबंधक, झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड, धनबाद तथा धनबाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों के विधुत कार्यपालक अभियंता को भी दी है।