धनबाद में बढ़ते डेंगू के मरीजों को देखते हुए कुमार मधुरेंद्र सिंह ने रोकथाम को लेकर सिविल सर्जन को पत्र लिखकर ईमेल किया,प्रति स्वास्थ्य मंत्री को
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद: देश की कोयला राजधानी धनबाद जैसा शहर आज भी अपनी बुनियादी सुविधाओं से अछूता है। रेल को सर्वाधिक राजस्व देने वाले औद्योगिक शहर में बरसात के मौसम में भी मच्छर भगाने के लिए फाॅगिंग भी नहीं किया जाता है और न ही बजबजाती नालियों में दवा का छिड़काव किया जाता है। इस बरसात के मौसम में डेंगू एवं मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार हर दिन सरकारी अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की जानकारी देती है जबकि वास्तविकता में कहीं अधिक है। मरीज निजी अस्पताल में भी भर्ती हो रहे हैं जिसके आंकड़े सरकार जारी नहीं करती है। डेंगू से पीड़ित मरीजों के शरीर में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। लोगों को ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स के लिए भाग दौड़ करनी पड़ रही है।
इसी विषय को लेकर धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं रेडक्रॉस सोसाइटीज, धनबाद के कार्यकारिणी सदस्य सह सलाहकार कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने धनबाद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू एवं मलेरिया से बचाव के लिए फाॅगिंग कराने की अपील की है। इस विषय को लेकर बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक श्री सुरेंद्र अरोड़ा ने कुमार मधुरेंद्र सिंह को पत्र लिखकर इस विषय पर संज्ञान लेकर धनबाद के संबंधित विभाग को इस ओर ध्यान आकृष्ट कराने की अपील की है।
उन्होंने पत्र की प्रति झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग, उपायुक्त, धनबाद, नगर आयुक्त, धनबाद, जिला मलेरिया पदाधिकारी एवं संरक्षक, बैंक मोड चैंबर ऑफ कॉमर्स को भी दी है।