धनबाद में सुचारु विधुत आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ईमेल
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोयला राजधानी के रूप में मशहूर धनबाद जहाँ के कोयले से कई राज्यों को बिजली मिलती है, नियति है कि उसे अपने शहर में ही बिजली की किल्लत झेलने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यह मजबूरी प्राकृतिक मजबूरी नहीं है ब्लकि विभाग के द्वारा निर्मित है। संसाधनों की कमी नहीं है लेकिन विधुत विभाग में कनीय अभियंताओं पर ज्यादा आश्रित रहने से सुचारू बिजली आपूर्ति प्रभावित होती है। धनबाद शहरी क्षेत्रों में एक कनीय अभियंता एवं सहायक अभियंताओं पर कई क्षेत्रों का प्रभाव भी दे दिया गया है जिससे विधुत आपूर्ति प्रभावित हो रही है। ऐसे में कनीय अभियंताओं एवं सहायक अभियंताओं की कमी को देखते हुए धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह ने मुख्यमंत्री,झारखंड को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने खाली पड़े कनीय अभियंताओं एवं सहायक अभियंताओं की जगह पर जल्द से जल्द बहाली कर विधुत आपूर्ति में सुधार कर सरकार की कामकाजी छवि को बरक़रार रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हीरापुर सब डिवीजन, धनबाद के कनीय अभियंता भी कहीं दुसरे एरिया के अधिकारी के रूप में पदस्थापित हैं। इसकी वजह से कामकाज पूरी तरह से प्रभावित रहता है। लोगों को सही तरीके से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पाती है। इससे सरकार की छवि भी खराब होती है।
कुमार मधुरेन्द सिंह ने पत्र की प्रति मुख्य सचिव, झारखंड, प्रबंध निदेशक, झारखंड विधुत वितरण निगम लिमिटेड, उपायुक्त,धनबाद ,महाप्रबंधक, JBVNL, धनबाद , सांसद, धनबाद एवं धनबाद लोकसभा क्षेत्र के सभी विधायक को भी दी है तथा उनसे अपने स्तर से त्वरित कार्यवाही की अपेक्षा की है।