धनबाद से नई दिल्ली की सीधी ट्रेन की समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र सिंह की मांग पर विचार करने की बात कही धनबाद रेल मंडल ने,दिया पत्र का जवाब
मनीष रंजन की रिपोर्ट
देश की कोयला राजधानी कहलाने वाले शहर धनबाद अपनी किस्मत पर रोता है। रेलवे को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले धनबाद रेल मंडल को पिछले दस सालों से कोई नई ट्रेन नहीं मिली है। उल्टे इस मंडल मुख्यालय से चलने वाली ट्रेनों को छीनकर दूसरे मंडल या जोन से चल रही है। धनबाद के लोगों के लिए देश के किसी भी बड़े शहर के लिए सीधी ट्रेन सेवा नहीं है। ट्रेन का नहीं मिलना यहां के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एक बहुत बड़ी वजह है। उनलोगों ने कभी सच्चा प्रयास ही नहीं किया तथा न ही धनबाद से ट्रेनों के छीने जाने का भी उन लोगों ने कभी दिल से विरोध नहीं किया। जिसके परिणाम धनबाद से ट्रेने छीनी जाती रही है। लेकिन धनबाद के सामाजिक कार्यकर्त्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह अपनी तरफ से संबंधित विभागों एवं मंत्रालय से ईमेल कर पत्राचार करते रहते हैं। उन्होंने अभी इसी महीने 05-07-2023 को केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र लिखकर धनबाद से नई दिल्ली के लिए सुपरफास्ट ट्रेन की मांग की धी। उन्होंने इसे देश के प्रधान मंत्री को भी दी थी। धनबाद के रेल मंडल प्रबंधक को भी दिया था। धनबाद रेल मंडल के तरफ से कल उन्हे एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें उनकी मांग को विचार करने के लिए स्वीकार कर लिया गया है। कुमार मधुरेंद्र सिंह के लिखे पत्र को अनंत सोच लाइव न्यूज पोर्टल ने प्रमुखता दी थी।