नई दिल्ली स्थित त्रिमूर्ति भवन के लाइब्रेरी के नाम जवाहरलाल नेहरू से बदलने के निर्णय का विरोध जिला कांग्रेस कमिटी ने की

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मनीष रंजन की रिपोर्ट

धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह ब्रोका ने केंद्र में सत्ता में बैठी भाजपा सरकार की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा दिल्ली की त्रिमूर्ति हाउस में जवाहरलाल नेहरु संग्रहालय और लाइब्रेरी का नाम बदलना मोदी सरकार की ओछी मानसिकता तानाशाह रवैया को दर्शाता है नाम बदलने से इतिहास नहीं बदलता इतिहास इरादों से बनता है। मोदी जी नेहरु / गांधी परिवार से इतनी नफरत क्यों? नाम बदलना संकीर्णता और प्रतिशोध की भावना है सत्ता में रहते हुए जनहित कार्यों की लकीर मोदी सरकार तो बड़ी कर नहीं पा रहे हैं और दूसरों के किए हुए लकीरें छोटी कर रहे हैं पंडित जवाहरलाल नेहरु द्वारा खींची गई लकीरों को कम करना असंभव ही नहीं नामुमकिन है जिनका कोई इतिहास नहीं वें चलें हैं इतिहास मिटाने पंडित जवाहरलाल नेहरु भारत के अग्रणी स्वतंत्रता सेनानी भी थे 11 वर्ष जेल काटी उन्होंने ऐसे वक्त देश की बागडौर संभाली जब हमारे देश में एक सूई भी नहीं बनती थी उन्होंने IIT,IIM, ISRO,DRDO,BHEL, भाखडा़ नंगल डैम, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, कोऑपरेटिव बैंक, हरित क्रांति ,भाभा एटॉमिक ,दुग्ध क्रांति ,आदि कई ऐतिहासिक देश के सर्वांगीग विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दिया देश, दुनिया के 141 देशों में उनके नाम के मेमोरियल है, सड़के हैं गांधीजी नेहरू जी के नाम में कहां-कहां बदलेंगे। भाजपा सरकार ने दूसरों के लिए हुए कार्यों पर भी अपना नाम कर लिया सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना का नाम बदल कर दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना कर दिया। इंदिरा आवास योजना, इंदिरा गांधी राजभाषा आदि कई योजनाओं को सत्ता में आते ही भाजपा सरकार ने बदल दिया पंडित जवाहरलाल नेहरु आधुनिक भारत के निर्माता थे जिन्हें देश कभी नहीं भुला सकता वे हिंद के जवाहर थे।

मोदी सरकार देश की अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई पर कोई नीति नहीं बन रही है केवल नफरत की राजनीति की जा रही है।

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