नगर निगम के तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के कार्यशैली को लेकर पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
जनहित की सुविधा के लिए समय- समय पर सरकार कई निर्णय लिया करती है जिससे आमजनों के बीच सरकार के प्रति थोड़ी आस्था बनी रहती है पर सरकार के एक विभाग नगर विकास विभाग के अधीनस्थ विभिन्न निकायों यथा नगर निगम के तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों का एक स्थान पर जमे रहना उनकी शिथिल कार्यशैली के रूप में नजर आती है। चूंकि नगर निगम या नगर पालिका से आमजनों की रोजमर्रा की चीज जुडी है इसलिए जनसाधारण को बहुत ही परेशानी होती है।
आज इस मुद्दे को लेकर धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने झारखंड के मुख्यमंत्री के सचिव सह प्रधान सचिव, नगर विकास विभाग को एक पत्र लिखकर कहा है कि जैसे अन्य विभागों में तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों का तबादला किया जाता है वैसे ही नगर निगम के कर्मचारियों का भी तबादला झारखंड के विभिन्न नगर निकायों में हो। ऐसा होने से आमजनों के होने वाले कार्य को तत्परता से निपटाने में मदद मिलेगी और कर्मचारी मनमानी करने वाली मानसिकता में कमी आयेगी। उन्होंने कहा कि नगर निकायों के कर्मचारियों को अन्य विभागों में कार्य करने वाले कर्मचारियों जैसी ही मिलती है तो इन्हें एक जगह से दूसरी जगह तबादला क्यों नहीं किया जाता?
उन्होंने पत्र की प्रति माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड सरकार,
नगर आयुक्त ,धनबाद एवं अन्य नगर निगम आयुक्त,
स्थानीय संपादक महोदय दैनिक अखबार धनबाद एवं अन्य जिले के।