होम पर्यावरण क्लीयरेंस प्रमाण पत्र नहीं देने से झारखंड के लाल ईंट उद्योग बंद होने के कगार पर AnantSoch June 28, 2022 0 मनीष रंजन की रिपोर्ट झारखंड राज्य के लाल ईट उद्योग से जुड़े लोगों को झारखंड सरकार की पर्यावरण क्लीयरेंस नीतियों की जटिलता की वजह से कोयलांचल धनबाद समेत सुबे के प्रत्येक जिले में संचालित 2500 लाल ईंट उद्योग पर संकट के बादल गहराने लगे हैं। सैकड़ों ईट भट्टों को पर्यावरण क्लीयरेंस समय पर नहीं मिल पाने के कारण ईंट निर्माताओं को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसकी वजह से अब इन उद्योगों को बंद करने का निर्णय लिया गया है । 2022- 23 में ईट भट्ठा व्यवसाई चिमनी में फायर नहीं करेंगे। यह जानकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनंत नाथ सिंह ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के माध्यम से मीडिया को दी।उन्होंने बताया कि पर्यावरण क्लीयरेंस प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए तमाम ईट निर्माताओं ने आवेदन कर रखा है लेकिन उन्हें EC प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है। इसके अलावा ईट भट्ठा उद्योगों को सरकारी फ्लोर रेट पर कोयले का आवंटन नहीं किया जाता है जिसकी वजह से बिचौलियों के माध्यम से कोयला खरीदना पड़ता है और इससे उनके उत्पाद महंगे हो जाते हैं । उन्होंने कहा कि सरकार अगर बिहार एवं कई अन्य राज्यों की तरह झारखंड सरकार को पर्यावरण क्लीयरेंस से ईट भट्ठा उद्योग को छूट देनी चाहिए अन्यथा इस साल ईट का उत्पादन पूरी तरह से ठप हो जायेगा। Continue Reading Previous विनोबा भावे में पढाये जाने वाले कोर्स साइबर सिक्योरिटीज पर एसएसएलएनटी कॉलेज में जागरुकता कार्यक्रमNext राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े टेलर मास्टर कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर निर्मम हत्या के मामले में एक और जहां पूरे देश में मामला तूल पकड़ लिया More Stories होम भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटीज, धनबाद ने चिकित्सा शिविर एवं रक्तदान शिविर का आयोजन कर जरूरत मंदों को मुफ्त दवा वितरण किया AnantSoch November 22, 2024 0 होम रेडक्रॉस सोसाइटीज, धनबाद एवं शाहबाज सिद्दीकी मेमोरियल ने रक्तदान शिविर लगाकर 21 यूनिट रक्त संग्रह किया AnantSoch November 16, 2024 0 होम बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती एवं 24 वें राज्य स्थापना दिवस पर उपायुक्त, एसएसपी सहित जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए AnantSoch November 15, 2024 0 Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website