पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा वट सावित्री व्रत पूजन के शुभ अवसर पर किया वृक्षारोपण
प्रेस विज्ञप्ति
10 जून 2021, लखीसराय
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा वट सावित्री व्रत पूजन के शुभ अवसर पर किया वृक्षारोपण
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
आज प्रातः 7:00 बजे बिहार राज्य के लखीसराय नगर परिषद अंतर्गत संतर मोहल्ला के देवी माता वाटिका में वरगद पेड़ का पूजन एवं पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण गतिविधि एवं पर्यावरण भारती द्वारा किया गया।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक, पर्यावरण भारती के संरक्षक एवं अखिल भारतीय पेड़ आयाम टोली के सदस्य राम बिलास शांडिल्य ने कहा कि भारत प्राचीन देश है। यहां की संस्कृति, परंपराएं, पूजा पाठ सभी प्राचीन है।
वरगद या वटवृक्ष में भगवान ब्राह्मण, विष्णु एवं महेश का वास है। अतः वट सावित्री व्रत पूजन के शुभ अवसर पर बरगद पेड़ का पूजन एवं सार्वजनिक स्थानों पर वृक्षारोपण करना चाहिए। वटवृक्ष की आयु 5000 वर्षों से अधिक होती है। कुरुक्षेत्र में महाभारत काल का ही वटवृक्ष अभी भी मौजूद है। महाभारत 5000 वर्ष पहले हुआ था।
पौराणिक कथा के अनुसार माता सावित्री के पिता राज ऋषि अश्वपति थे। सावित्री माता पिता के इकलौते संतान थे। इनका विवाह वनवासी राजा दियुमत्सेन के पुत्र सत्यवान से हुआ था। सत्यवान की आयु कम थी। ज्येष्ठ मास अमावस्या के दिन मृत्यु के देवता यमराज सत्यवान का प्राण लेकर जाने लगे, तो सावित्री अपने पतिवर्ता धर्म को निभाते हुए यमराज से उनके प्राण वापस प्राप्त कर लिए । यमराज प्रसन्न होकर चने के रूप में सत्यवान के प्राण वापस किए। आज भी वट सावित्री व्रत पूजन में चने का अधिक महत्व है।
भारत देश में प्राचीन परंपरा के अनुसार बरगद पेड़ की आयु लंबी होने की कारण वट सावित्री व्रत पूजन बरगद पेड़ के नीचे होता है। सौभाग्यवती माताएं, बहनें अपने पति की लंबी आयु की कामना हेतु वट सावित्री व्रत पूजन करती है।
वट सावित्री व्रत पूजन के शुभ अवसर पर जो मानव कम से कम जीवन में एक बरगद का पेड़ लगाकर बड़ा कर देंगे उनको भगवान ब्रह्मा , विष्णु और महेश का आशीर्वाद प्राप्त होगा। बरगद पेड़ लगाने वाले मानव का उम्र एक सौ बरसों से अधिक होगा।
देवी माता वाटिका में बरगद पेड़ के साथ देव वृक्ष पाकड़ , गूलर,, फलदार पेड़ आम, बेल, फूल के पौधे कनेल का वृक्षारोपण किया गया।
वट सावित्री व्रत पूजन कार्यक्रम में कुमारी पिंकी कुशवाहा, देवी पिंकी पासवान, देवी बबीता पासवान,, देवी माता वाटिका के शंकर प्रसाद सिन्हा, मोटका महादेव मंदिर के पुजारी विवेक कुमार जोशी, नागेश्वर पंडित, प्रेम प्रकाश कुमार कुशवाहा, सुशांत कुमार भोला पासवान, अमृत मोदी, सिद्धार्थ गोलू चौधरी, राणा रणधीर पासवान, शिवाजी सिन्हा, तन्नू कुमारी सिन्हा इत्यादि ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिए।