प्राकृतिक महाविनाश से बचने के लिए प्रकृति की ओर लौट चलें-शांडिल्य

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डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
प्राकृतिक महाविनाश से बचने के लिए प्रकृति की ओर लौट चलें। उक्त बातें आर एस एस के प्रांत संयोजक रामविलास शांडिल्य ने दो युवा सामाजिक कार्यकर्ता स्व.नवीन कुमार महतो एवं स्व.नेति कुमार महतो के पुण्य स्मृति में देव वृक्ष पीपल का बुद्ध नगर गांव लखीसराय में वृक्षारोपण के दौरान उपस्थित लोगों के बीच कहा।

 उन्होंने इस अवसर पर कहा कि  भारत देश के पूर्वी समुद्र किनारा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू तेलंगना में भीषण समुद्री महा तूफान याश का जल प्रलय 6 फीट ऊंची लहरों से आज प्रारंभ हो गया है। प्राकृतिक महाप्रलय के समय आधुनिक विज्ञान भी असफल सिद्ध हो रहा है। मानव मूकदर्शक बना हुआ है। इसके कुछ दिन पहले पश्चिमी समुद्र किनारा गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा केरल राज्यों में ताऊते नामक समुद्री चक्रवात से मानव परेशान था। इसका दोषी स्वयं मानव है। 
     फिलिस्तीन , इजरायल देश एक दूसरे के ऊपर राकेट, लांचर, बम  से  आक्रमण 11 दिनों तक किए। ऐसा लग रहा था कि तृतीय विश्व युद्ध हो जाएगा एवं मानव पृथ्वी पर नष्ट हो जाएंगे। परंतु शक्तिशाली देश अमेरिका के हस्तक्षेप से युद्ध विराम संभव हो गया। फिलिस्तीन इजराइल युद्ध से मानव के जान माल की काफी क्षति हुई थी। संपूर्ण विश्व दो भाग में विभाजित दिख रहा था। परमाणु हमला की ओर धीरे धीरे आगे बढ़ रहे थे। हम किसी से कम नहीं। 11 दिनों के युद्ध से विश्व के पर्यावरण का भी काफी शान हुआ था। इससे पहले विश्व के मानव  वैश्विक महामारी कोरोनावायरस covid 19 से  परेशान थे। भारत इसका दूसरा लहर झेल रहा है। अब ब्लैक फंगस, ह्वाईट फंगस से परेशान है। येलो फंगस भी आने वाला है।
   प्राकृतिक आपदाएं एवं वैश्विक महामारी से बचने के लिए हम मानव को पुनः प्रकृति की ओर लौटना पड़ेगा। भारत देश प्राचीन काल से प्रकृति पूजक रहा है। शनिवार के दिन पीपल वृक्ष को देव मानकर पूजा करते आ रहे हैं। संसार में सबसे अधिक ऑक्सीजन पीपल वृक्ष से ही प्राप्त होता है। ऑक्सीजन के बिना मानव ही नहीं संसार के सभी जीव जंतु तड़प तड़प कर  मरने के लिए विवश होना पड़ेगा। प्रीकृति को माता मानकर अपने जीवन के लिए एवं अपने बच्चों के लिए कम से कम जीवन में प्रत्येक मानव को एक पीपल वृक्ष और एक बरगद का वृक्ष  लगाकर  5 वर्षों तक सुरक्षा करें। इससे ही पर्यावरण की सुरक्षा होगी।
 अतः कहा गया है कि

https://youtu.be/ovT1W8L8_V0

पर्यावरण है हम सबकी जान।
इसलिए करें इसका सम्मान।।
आज के देव वृक्ष पीपल के वृक्षारोपण कार्यक्रम में पर्यावरण भारती के राम बिलास शांडिल्य, अशोक झा, शिक्षक अंतर्यामी कुमार महतों, शिक्षक जय प्रकाश महंतों, शिक्षक बबलू कुमार महतों, ट्यूटर चंदन कुमार, स्नातक छात्र पीयूष कुमार, अभिमन्यु कुमार महंतों, महंथ विवेकानंद मालाकार, किसान रोहित शर्मा, सिकंदर महतों इत्यादि ने भाग लिए।

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