बंद पड़े अस्पताल एवं स्पोर्ट्स हाॅस्टल को कोविड केयर सेंटर में विकसित करने को लेकर प्रधान सचिव, स्वास्थ्य को पत्र
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद में कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण के शुरू होने से लोगों को अपनी जिंदगी को बचाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। अस्पतालों में जगह नहीं है। सरकार के द्वारा किये जा रहे उपाय कम पड़ जा रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि जो बंद पड़े अस्पतालों एवं भवनों को कोविड19 केयर सेंटर में विकसित कर बहुत हद तक मरीजों को तत्काल राहत दी जा सकती है। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी ने रांची में ऐसे जगहों का उपयोग कर राहत देने का काम किया है। धनबाद में भी कई ऐसे अस्पताल हैं जो बंद पड़े हैं एवं स्पोर्ट्स हाॅस्टल हैं जो उपयोग में लाये जा सकते हैं। आज इसी सिलसिले में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के कुमार मधुरेन्द सिंह ने राज्य के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने ऐसे विकट समय में उपलब्ध सीमित स्त्रोतों का उपयोग करने की अपील की है। उन्होंने लिखा है कि पिछले वर्ष भी इन जगहों को विकसित करने की बात आयी थी एवं कई को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में तब्दील भी किया गया था। कुमार मधुरेन्द सिंह ने बीसीसीएल के सीएमडी के साथ समन्वय स्थापित कर बंद पड़े अस्पतालों को चालू करने के लिए कदम उठाने की अपील की है। उन्होंने इस सबंध मे एक प्रस्ताव दिया है कि 2010 में राष्ट्रीय खेल मे बने स्पोर्ट्स हाॅस्टल, मैथन एवं अन्य बंद पडे केंद्र को भी साफ सफाई कर कोविड डेडीकेटेड अस्पताल एवं कोविड केयर सेंटर के रूप मे चालू किया जा सकता है।
उन्होंने इसकी प्रति माननीय मुख्यमंत्री, झारखंड स्वास्थ्य मंत्री झारखंड, उपायुक्त, धनबाद एवं सीएमडी ,बीसीसीएल को भी सुझावों पर विचार करते हुए त्वरित उपाय करने के लिए दी है।