बिहार में बाढ ग्रस्त 14 जिलों में राहत और बचाव कार्य जोर-शोर से जारी
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और अधवारा समूह की नदियों में जल स्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। मुजफ्फरपुर में सकरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत तिरहुत नहर के तटबंध में दरार आने से मोहम्मदपुर कोठी पंचायत क्षेत्र में जिले के मुरौल प्रखंड के पिलखु गांव के निकटवर्ती अनके गांवों में बाढ़ आ गई है। इसी तरह दरभंगा जिले के केवाटी ब्लॉक के अंतर्गत बिरने गांव के निकट रिंग बंध में दरार आ गई।
भीषण बाढ़ से राज्य के 14 जिलों में 55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। दरभंगा में सबसे बुरा असर पड़ा है, जहां 17 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी और पूर्वी चम्पारण में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है। 1,059 से अधिक पंचायतों के अंतर्गत फैले गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कटा हुआ है। पूर्वी मध्य रेलवे के दरभंगा-समस्तीपुर खंड में रेलवे लाइन पर पानी भर जाने से रेल यातायात स्थगित कर दिया गया है। दरभंगा, समस्तीपुर, सारण और पूर्वी चम्पारण में कई स्थानों पर सड़क यातायात बाधित है।
राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 31 टीमें राहत कार्यों में लगाई गई हैं। चार लाख से अधिक लोगों को अभी तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब 30 हजार लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य के उत्तरी भागों में अनेक स्थानों पर सामान्य से तेज वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है।