भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर 4 प्रतिशत बनाए रखने का सर्वसम्मति से फैसला किया
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर 4 प्रतिशत बनाए रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि विकास को बनाए रखने और कोविड के प्रभाव को कम करने के लिए बैंक, मौद्रिक नीति में फेर-बदल जारी रखेगा।
आज मौद्रिक समिति की तीन दिवसीय बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मार्जिनल स्टेंडिंग फेसेलिटी दर और बैंक दर चार दशमलव दो पांच प्रतिशत पर बनी रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि रिवर्स रेपो दर भी तीन दशमलव तीन पांच प्रतिशत पर बनी रहेगी। श्री दास ने कहा कि मौद्रिक समिति का आकलन है कि वैश्विक आर्थिक गतिविधि नाजुक बनी हुई है। समिति का यह भी मानना है कि इस वर्ष जुलाई में विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में कोविड-19 संक्रमणों में नए सिरे से वृद्धि ने अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार के उन शुरुआती संकेतों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है, जो मई और जून में दिखाई दिए थे। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि उपभोक्ता सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर जो मार्च 2020 में पांच दशमलव आठ प्रतिशत थी, वह जून में अंतरिम अनुमानों के अनुसार छह दशमलव एक प्रतिशत हो गई थी।