भारतीय स्टेट बैंक के जोनल ऑफिस के स्थानांतरण का विरोध बैंक मोड़ चैंबर के द्वारा
मनीष रंजन की रिपोर्ट
देश जहां एक और वैश्विक महामारी कोविड -19 से जूझ रहा है तथा हर ओर हर वर्ग के लोग परेशान हैं। ऐसे में हमारा धनबाद भी अछूता नहीं है। इस वैश्विक महामारी के बीच भारत सरकार के उपक्रम भारतीय स्टेट बैंक ने अपने धनबाद जोनल ऑफिस को स्थानांतरण कर देवघर जोनल ऑफिस में विलय करने का आदेश दिया है। जिसकी वजह से धनबाद वासी खासकर व्यापारी वर्ग एवं धनबाद के आसपास के जिलों के उधोग धंधों से जुड़े लोग एवं व्यवसायिक वर्ग खासे नाराज हैं । आज इसी क्रम में बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री प्रभात सुरोलिया के नेतृत्व में एक प्नतिनिधिमंडल धनबाद जोनल ऑफिस के उप-मुख्य महाप्रबंधक से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा जिसमें धनबाद कार्यालय को देवघर कार्यालय में समावेश करने के आदेश परअपनी आपत्ति जताई है। उन्होंने धनबाद के कोयला राजधानी होने के साथ-साथ धनबाद में विश्व स्तर के औद्योगिक संस्थान, शिक्षण संस्थान यथा IIT-ISM, खान सुरक्षा महानिदेशालय DGMS, CIMFR, BCCL हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड HURL,Sindri, मैथन पावर लिमिटेड MPL, धनबाद रेल मंडल , CMPF, इंजीनियरिंग तथा मेडिकल कॉलेज सहित कोयले से संबंधित उद्योग धंधे जो सिर्फ धनबाद में है के बारे में जानकारी दी है । आसपास के सभी औधोगिक जिलों के भारतीय स्टेट बैंक के राजस्व एवं प्रशासनिक संचालन धनबाद जोनल ऑफिस से ही होता है । ऐसे में धनबाद जो झारखंड की आर्थिक राजधानी कहलाती है यहां के उद्योग धंधे और व्यापार से राज्य और केंद्र सरकार को राजस्व का बहुत बड़ा लेन देन भारतीय स्टेट बैंक से होता है वह पूरे देश में सर्वोच्च डिपोजीट में से एक होता है। ऐसे में यहाँ के लोगों के लिए लेन-देन में दिक्कतों का सामना करना पडेगा । साथ ही साथ धनबाद जिले की आबादी जो लगभग तीस लाख के आसपास है उसे भी अपने बड़े लोन के लिए यहाँ से दूर जाना पडेगा अथवा अन्य बैंकों के शरण में जाना पडेगा । धनबाद सहित सभी जिलों के व्यवसाय संबंधित भारतीय स्टेट बैंक से संबंधित किसी भी कार्यों के लिए देवघर जाना कहीं से उचित नहीं है। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के विभिन्न ब्रांचो में जाकर शाखा प्रबंधक से मुलाकात कर उन्हें पत्र की प्रति सौंपी। प्रतिनिधिमंडल में बैंक मोड़ चैंबर के सचिव श्री प्रमोद गोयल एवं कई सदस्य उपस्थित थे ।