भारत में व्यापार अवसरों का पता लगाने के लिए एनटीपीसी और एनआईआईएफ के बीच समझौता
एनटीपीसी लिमिटेड, ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली केंद्रीय पीएसयू और देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी, की ओर से जारी बयान के अनुसार, इसने आज राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष (एनआईआईएफ) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है, जो राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष लिमिटेड (एनआईआईएफएल) के माध्यम से काम करता है, जिससे भारत में आपसी हितों वाले क्षेत्रों में निवेश के अवसरों का पता लगाया जा सके जैसे कि नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली वितरण आदि।
इस एमओयू पर सीएमडी, एनटीपीसी, श्री गुरदीप सिंह और प्रबंध निदेशक और सीईओ, एनआईआईएफएल, श्री सुजॉय बोस की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर एनटीपीसी के निदेशक (वाणिज्यिक), श्री एके गुप्ता, कार्यकारी निदेशक – प्रत्यक्ष निवेश, एनआईआईएफ, श्री एके गौतम, निदेशक, एनटीपीसी, श्री विनोद गिरि, प्रबंधन साझेदार, एनआईआईएफ मास्टर फंड और दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठ गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
इस एमओयू पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से, जीएम (बीडी-डोमेस्टिक), एनटीपीसी, श्रीमती संगीता कौशिक और कार्यकारी निदेशक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी, एनआईआईएफएल, श्री राजीव धर के बीच हस्ताक्षर किए गए।
इस एमओयू के माध्यम से, एनटीपीसी और एनआईआईएफ का उद्देश्य देश में चिरस्थायी और मजबूत ऊर्जा अवसंरचना का निर्माण करने वाले भारत के दृष्टिकोण में सहयोग प्रदान करना है। इस साझेदारी का उद्देश्य, एनटीपीसी की तकनीकी विशेषज्ञता और एनआईआईएफ की पूंजी जुटाने वाली क्षमता को एक साथ लाना और अग्रणी खिलाड़ियों के साथ अपने मौजूदा संबंधों का लाभ उठाकर वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं की प्राप्ति करना है।
62,110 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 70 पावर स्टेशन हैं, जिनमें 24 कोयला, 7 संयुक्त चक्र गैस/ तरल ईंधन, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरणीय और 25 सहायक एवं जेवी पावर स्टेशन शामिल हैं।
एनटीपीसी का लक्ष्य 2032 तक अपनी कुल बिजली उत्पादन क्षमता में लगभग 30 गीगावाट हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से प्राप्त करना है।
एनआईआईएफ लिमिटेड अपने तीन फंडों – मास्टर फंड, फंड ऑफ फंड्स और स्ट्रैटेजिक अपॉर्च्युनिटीज फंड में 4.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा इक्विटी पूंजी प्रतिबद्धताओं का प्रबंधन करता है, प्रत्येक में अपनी अलग-अलग निवेश रणनीति के साथ। एनआईआईएफएल, अंतरराष्ट्रीय और भारतीय निवेशकों के लिए एक सहयोगी निवेश प्लेटफॉर्म है, जिसे भारत सरकार द्वारा आश्रय प्रदान किया गया है। एनआईआईएफएल, अपने निवेशकों के लिए आकर्षक जोखिम-समायोजित रिटर्न का निर्माण करने के उद्देश्य से भारत की परिसंपत्तियों में निवेश करता है जैसे कि बुनियादी ढ़ांचा, निजी इक्विटी और अन्य विविध क्षेत्र। एनआईआईएफ मास्टर फंड देश का सबसे बड़ा बुनियादी ढ़ांचा वाला फंड है और परिवहन और उर्जा जैसे मुख्य बुनियादी ढ़ांचा वाले क्षेत्रों में निवेश करता है।