महुआ के लड्डू बनाकर आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं: केवीके

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राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान महिलाओं को पोषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास ट्रस्ट- कृषि विज्ञान केन्द्र गोड्डा की ओर से एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। चकेश्वरी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित शिविर में अदाणी फउंडेशन द्वारा संचालित सुपोषण कार्यक्रम से जुड़ी 20 संगिनी बहनों ने हिस्सा लिया। विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. प्रगतिका मिश्रा ने संगिनी बहनों को पोषण से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए पूरक आहार और आहार के महत्व पर प्रकाश डाला। कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम संचालक डॉ रवि शंकर ने महिलाओं को पोषण की महत्ता से अवगत कराते हुए पोषण थाली और पोषण माला जैसे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया गया। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सही पोषण मिले इसके लिए पोषण वाटिका लगा कर साग-सब्जियों की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण शिविर में शामिल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें अलग-अलग तरह के कौशल विकास पर भी विचार रखा गया। कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि झारखंड में बहुतायत में पाए जाने वाले महुआ से मिठाई बनाया जा सकता है और बेहद कम लागत में अच्छा-खासा मुनाफा कमाया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि महुआ के लड्डु बना कर महिलाएं न सिर्फ आजीविका कमा सकती हैं बल्कि आत्मनिर्भर भी हो सकती है। शिविर में अदाणी फाउंडेशन के अधिकारियों के साथ-साथ कृषि विज्ञान केन्द्र के पदाधिकारी भी मौजूद थे.

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