मेयर पद के लिए धनबाद के व्यवसायियों की दिलचस्पी

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मनीष रंजन की रिपोर्ट

देश की कोयला राजधानी के रूप में मशहूर धनबाद शहर जिसे मिलेनियम सिटी से भी नवाजा गया था आज कई मामलों में अपनी मुलभुत सुविधाओं से वंचित है। वैसे तो धनबाद में सड़कों की स्थिति अच्छी हो गयी है पर सड़कों पर पानी निकासी के लिए बनाया गया नाली कोई काम का नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में शहर के विकास की गलत नीतियों एवं योजनाओं के कारण शहर अब भी अपने कर्मों पर रो रहा है। धनबाद में पिछले पांच सालों से काम भी हुए हैं। निवर्तमान मेयर श्री चंद्रशेखर अग्रवाल जी ने धनबाद की सफाई व्यवस्था एवं सौंदर्यीकरण का अच्छा प्रयास किया है और उनके कामों को सराहा भी गया है पर धनबाद जैसे औधोगिक शहर में प्रदूषण तथा जलजमाव की स्थिति हमेशा बनी रहती है। ऐसे में धनबाद की संपूर्ण काया पलट कर उसे एक व्यवस्थित शहर बनाने की जरूरत है। धनबाद में कचरा डिस्पोज करने के लिए भी पिछले दस सालों से सिर्फ योजनाएं ही बनी है। उसे अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया गया है।

इन सबके बीच धनबाद नगर निगम के चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होने से संभावित उम्मीदवारों की बेचैनी बढ़ने लगी है। चूंकि इस वर्ष दलीय आधार पर चुनाव होने हैं ऐसे में सभी उम्मीदवारों ने अपने तरफ से कमर कसनी शुरू कर दी है। धनबाद के व्यवसायियों के संगठन चैंबर ऑफ काॅमर्स के पदाधिकारियों के भी अपनी दिलचस्पी के शुरू करने से मेयर की कुर्सी के लिए संघर्ष में एक नया मोड़ आने की प्रबल संभावना है। जिला चैंबर के अंतर्गत 55 चैंबर हैं और सभी चैंबरों में सैकड़ों सदस्यों के रहने से धनबाद की राजनीति में एक नया आयाम दिखेगा। हालांकि नगर निगम के 2010 के चुनाव में फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैंबर ऑफ काॅमर्स के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्त्तमान संरक्षक श्री राजीव शर्मा ने डिप्टी मेयर के लिए चुनाव लड़ा था और उन्होंने धनबाद के लोगों के बीच एक साफ छवि को पेश किया था।
आज फिर से व्यवसायी वर्ग के तरफ से उनका नाम आ रहा है। जिला चैंबर के वर्तमान अध्यक्ष श्री चेतन गोयनका जी की भी दिलचस्पी नजर आ रही है। वर्तमान अध्यक्ष श्री चेतन गोयनका पिछले कई सालों से जिले के व्यवसायियों के साथ आपसी सामंजस्य के साथ अपनी उपस्थिति देकर एक यूनिट को भली भांति समझ कर चल रहे हैं। पिछले वर्ष अध्यक्ष बनने के बाद कोरोना काल में प्रशासन एवं व्यवसायियों के बीच की सफल कड़ी बनकर उभरे हैं और लगातार आपसी सामंजस्य बनाते हुए चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर धनबाद जिला चैंबर में सजग चैंबरों में एक बैंक मोड़ चैंबर के अध्यक्ष एवं धनबाद जिला व्यवसाय एवं उधोग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री प्रभात सुरोलिया ने भी अपनी दिलचस्पी दिखाई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के के व्यवसाय प्रकोष्ठ के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री अमितेश सहाय ने भी अपने गृह नगर धनबाद में पिछले दो सालों से सक्रिय हैं। वे एक सफल व्यवसायी एवं उधोगपति हैं जो धनबाद के लिए एक युवा चेहरा हैं।
धनबाद को जरूरत है एक ऐसे चेहरे की जो औधोगिक शहर के व्यवसायियों की पीड़ा को समझते हुए अपने धनबाद को स्वच्छ धनबाद, स्वस्थ धनबाद के साथ साथ शहर धनबाद की परिकल्पना को धरातल पर उतारे।

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