लखीसराय प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त करने हेतु पर्यावरण भारती ने किया वृक्षारोपण डा आर लाल गुप्ता लखीसराय आज प्रातः 8:00 बजे लखीसराय नगर परिषद के संतर मोहल्ला के काली मंदिर के निकट में धर्मराज चक निवासी युवा सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय सोनू कुमार चंद्रवंशी जी के पुण्य स्मृति में देव वृक्ष पीपल , फलदार पेड़ आम, जामुन, कटहल, बेल, औषधीय पौधे अशोक एवं करंज का वृक्षारोपण आर एस एस . के जिला व्यवस्था प्रमुख श्रीमान हरिनंदन पासवान जी के नेतृत्व में किया गया। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम बिलास शांडिल्य ने कहा कि प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए प्रत्येक मानव को जीवन में कम से कम एक पीपल का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए। फलदार पेड़ लगाने से भविष्य में मानव को भूख मिटाने के लिए फल मिलेंगे। एक पेड़ से मानव को 1 वर्ष में 700 किलोग्राम ऑक्सीजन प्राप्त होता है। यही नहीं एक पेड़ 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करता है। एक पेड़ प्रतिवर्ष 20 किलो धूल सोखता है। गर्मियों में 4 डिग्री सेल्सियस तापमान एक पेड़ कम करता है। 80 किलोग्राम पारा, लिथियम, लेड इत्यादि जहरीली धातुओं के मिश्रण को सोखने की क्षमता एक पेड़ में होता है। एक पेड़ प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख वर्ग मीटर दूषित हवा का फिल्टर अर्थात शुद्ध करता है। घर के आस-पास पेड़ पौधे ध्वनि प्रदूषण कम करता है। इसीलिए राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच में पौधे लगाए जा रहे हैं। अतः कहा गया है कि पेड़ लगाएं, पर्यावरण बचाएं। पर्यावरण बचेगा तो जीव जंतु बचेगा। पर्यावरण सुरक्षा से मानव की सुरक्षा संभव है। अन्यथा भविष्य में महाप्रलय के लिए तैयार होना पड़ेगा। आज हम सभी विश्व के मानव कृत्रिम ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए हजारों रुपए खर्च कर रहे हैं, परंतु निशुल्क प्राकृतिक ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए पेड़ लगाना भूल गए हैं। हमें पुनः प्रकृति की ओर लौटना पड़ेगा। तब ही संसार में मानव जीवन संभव है। असम के वनवासी बंधु यादव मोलाया ने बाढ़ में काफी सांपों को मरा हुआ देखा तो संकल्प कर लिया कि बंजर भूमि में बांस इत्यादि पौधे लगाएंगे। 30 सालों में 1360 हेक्टेयर भूमि में बांस इत्यादि पौधे का जंगल लगा दिए। आज वहां जीव जंतुओं का आवास हो गया है। हम सबको उनसे प्रेरणा लेकर अपने लिए एवं भविष्य में बच्चों के लिए वृक्षारोपण करना अनिवार्य है। आज के वृक्षारोपण कार्यक्रम में r.s.s. नगर संघचालक डॉक्टर आर. बी . दास , डॉक्टर छेदी प्रसाद गुप्ता, नगर सेवा प्रमुख बाल्मीकि कुमार मोदी, काली मंदिर के पुजारी भगत शंकर प्रसाद सिन्हा, कुमार राज सिन्हा, शिवाजी, संजीत कुमार बर्नवाल , अमन कुमार वर्णवाल, आशीष कुमार वर्णवाल, घनश्याम कुमार इत्यादि ने भाग लिए। अक्सर अपनी संस्कृति की रक्षार्थ दर्जनों बार साकारात्मक समसामयिक प्रयास आर एस एस सदस्यों द्वारा किया जा रहा है जिसकी बुद्धि जिवियो ने भुरी बुरी प्रशंसा के साथ समाजसेवीयों को इस पुनीत कार्य में हाथ बढ़ाने की अपील किया है।