लखीसराय में कोरोना के बढ़ते मरीज़ से जिले के एसडीओ व डीएसपी ने बरती सख्ती
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
लखीसराय जिले में पुलिस प्रशासन के लोगों के अलावे बैंक कर्मचारी,स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के अलावे अन्य लोग भी बड़ी तेजी से कोरोना के चपेट में आ रहे हैं। जो चिंता का विषय बन कर सामने आईं है। जिसे देखते हुए लखीसराय के डीएम शोभेन्द्र चौधरी ने पिछले 13 जुलाई से 19 जुलाई तक जिले में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर चुके हैं जबकि बाद में राज्य सरकार ने कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए आगामी 31 जुलाई तक पूरे बिहार में पुर्ण लॉक डाउन की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में लखीसराय के एसडीओ एवं डीएसपी ने संयुक्त रुप से एक अभियान के तहत मास्क नहीं लगाने वाले, अनावश्यक वाहन लेकर निकलने वाले अथवा पैसेंजर वाहनों के विरुद्ध मोर्चा खोलकर उन पर सख्ती से लॉकडाउन का पालन करने की हिदायत देते हुए सख्ती अख्तियार किया है। बताते चलें कि जिले में लापरवाह लोगों के अच्छी खासी संख्या ने कोरोना पॉजिटिव की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं जिन्हें पूर्व में भी जिलाधिकारी ने बिना मास्क लगाएं कई दुकानदारों की दूकानें सील कर आम लोगों को सबक दिया था। बाबजूद इसके लोगों की लापरवाही से जहां उनके खुद की खतरा का आमंत्रण माना जा सकता है वहीं परिवार व समाज के लिए भी वे ख़तरे पैदा करने का कारक बने हैं। ऐसे में जिला के प्रशासनिक अधिकारी के द्वारा उनके विरुद्ध सख्ती अख्तियार करने की मजबूरी हो गई जो गुरुवार को पुलिस के द्वारा चलाए गए डंडे से साबित हो गया।
सवाल यह भी उत्पन्न होता है कि अगर आम जनता ऐहतियात के मर्म को नहीं समझें तो पुलिस प्रशासन भी कब तक अपना जान जोखिम में डालकर इन्हें समझायेंगे यह यक्ष प्रश्न है जिसका ज़बाब समाज के हर जिम्मेदार नागरिक पर है।