लोग नहीं सुधरे तो घर घर पहुंच सकती है कोरोना
लोग नहीं सुधरे तो घर घर पहुंच सकती है कोरोना
डा आर लाल गुप्ता लखीसराय
लोग नहीं सुधरे तो घर घर पहुंच सकती है कोरोना। उक्त बातें रेड क्रॉस सोसाइटी लखीसराय के चेयरमैन सह प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रामानुज ने एक भेंटवार्ता में बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले में
हालात सुधरे नहीं बल्कि हालात बिगड़ने की रफ्तार बढ़ रही है। हमारी जागरूकता ही इसे रोक सकती है।
बहरहाल सरकार चुनावी मोड में है। हमारे लिए तो हमारी जिंदगी बेहद जरूरी है। हम साधारण लोग अगर रोकथाम में बढ चढकर सहभागिता नहीं निभा सके तो महामारी और अधिक भयावह होती जाएगी और अपनों के जाने का दुख हम चुपचाप सहते रहने को वाध्य होंगे। मालूम हो कि पचास हजार से अधिक हमारे देश के लोग मर चुके हैं।250 से अधिक नौजवान से लेकर सीनियर चिकित्सकों की जानें जा चुकी हैं। उसी तरह नर्सेज और कोरोना युद्ध में कार्यरत पुलिस कर्मियों की जानें गईं हैं। इसके अलावा अच्छी खासी संख्या में पढ़े लिखे लोगों ने खुदकुशी की है। काफी संख्या में लोग मानसिक अवसाद के शिकार हो रहे हैं। बच्चे और नौजवानों के स्कूल, कालेज बंद हैं। प्रकृति के इस महामारी में लाखों की संख्या में पढ़े लिखे लोग भी बेरोजगारी में पिस रहे हैं। करोड़ों लोग, (मजदूरों को मिलाकर) अबतक रोजगार खो दिये हैं। नई रोजगार की संभावनाएं भी अच्छी नहीं लगती है। देश की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, ऐसे में हम साधारण लोग को आत्म निर्भरता की नसीहत तो मिल गई है , सब लोग चाहते भी हैं लेकिन रास्ते पता नहीं है। हम सब इस विकट समय से अपने और देश को उबारने की भरसक कोशिश करते रहें।
तभी कोरोना को घर घर पहुंचने पर विराम लग सकती है।इसके लिए सरकार के द्वारा बताए गए सभी सावधानियों को खुद भी पालन करें और लोगों को इसे पालन करवाने के लिए जागरूक करें।