वाहन नियम मामले में जुर्माने पर विचार करने की मांग
गोड्डा कार्यालय
जिले में वाहन नियम के पालन नहीं किए जाने पर सरकार द्वारा 25 हजार रुपए के जुर्माने पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार भगत ने आज यहां कहा कि इस मामले में प्रशासन को लचीला रुख अपनाना चाहिए ।उन्होंने वाहन चालकों से जुर्माने के तौर पर इतनी मोटी रकम की वसूली को नाजायज बताते कहा कि जिला वासी अभी आपदा से उबरे नहीं हैं बावजूद जिला प्रशासन का कहर लोगों पर इस कदर बरपना कहीं से उचित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, परिवहन मंत्री तथा उपायुक्त से मांग करते हुए कहा है कि जनता के हित का ख्याल रखते हुए वाहन चालकों से जुर्माने की वसूली की जाए किया जाना चाहिए ऐसे में सामाजिक ताना.बाना बिगड़ने का डर बना रहेगा। सनद रहे कि गोड्डा जिला झारखंड के मानचित्र पर सर्वाधिक पिछड़ा जिला माना जाता है जहां अधिकतर गरीब दलित पिछड़े आदिवासी समाज के लोग निवास करते हैं और किसी तरह लोग अपना जीवन यापन करते हैं। कहा कि ऐसे पिछड़े जिले में लोगे मोटरसाइकिल पर बाजार और गांव से साग सब्जी, राशन पानी आदि सामानों को लाने का कार्य करते हैं वही मोटरसाइकिल से खरीद बिक्री कर अपनी दिनचर्या के लिए आमदनी करते हैं बावजूद सरकार के निर्देश पर प्रशासन जुर्माने के तौर पर अगर इतनी मोटी रकम की वसूली करती है तो गांव देहात या रास्ता चलते चोरी होने का डर बना रहेगा।