विवादित चैंबरों में विवादों को सुलझाने के लिए पहल करने की अपील
मनीष रंजन की रिपोर्ट
फेडरेशन ऑफ धनबाद जिला चैंबर ऑफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्रीज के मजबूत होने की वजह उनकी अनुषंगी इकाईयों के मजबूत होने की वजह से होती आयी है। हालांकि अनुषंगी इकाईयों में नेतृत्व क्षमता एवं अनुशासन के अभाव में गुटबाजी चरम सीमा पर आ रही है। जिले के 55 चैंबर में से कुछ ही चैंबर इससे ज्यादा प्रभावित हैं पर उन चैंबरों की वजह से किरकिरी दूसरे चैंबरों एवं प्रशासन के बीच होती है। प्रशासन में इसका गलत संदेश जाता है। व्यवसायी एकता की कड़ी कमजोर हो रही है।
इस संदर्भ में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन एवं बरटांड चैंबर के संरक्षक श्री कुमार मधुरेन्द सिंह ने दो दिन पहले भी इस मुद्दे को लेकर लिखा था कि आम लोगों एवं प्रशासन के सामने अपने को कमजोर न करें एवं टीम बनाकर चैंबर की समस्याओं से अवगत हो कर हल करने का प्रयास करें। आज इसी सिलसिले में बैंक मोड़ चैंबर के सचिव श्री प्रमोद गोयल ने स्थानीय दैनिक प्रभात खबर में छपी खबरों का उल्लेख करते हुए जिला अध्यक्ष एवं महासचिव से तत्काल हस्तक्षेप कर विवादों को सुलझाने के लिए पहल करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि चैंबर संबंधित कोई भी नकारात्मक खबर से हर चैंबर की प्रतिष्ठा धूमिल होती है। केवल कागज पर चैंबर नहीं चलाया जा सकता है बल्कि व्यापारी हित के लिए चैंबर बनाया जाता है। वो पूरी होगी तभी चैंबर की सार्थकता सिद्ध होती है।उन्होंने अध्यक्ष एवं महासचिव से आग्रह किया है कि इस दिशा में ठोस पहल की जाए ताकि अपने स्तर पर ही समाधान हो और किसी को मीडिया में जाने की जरूरत ही न पड़े।