शीतकालीन सत्र न बुलाकर शिक्षण संस्थानों को खोलने की अनुमति कि तैयारी के विरोध में ट्वीट
मनीष रंजन की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण काल से गुजर रहे देश में जहाँ सभी तरह की गतिविधियों को शर्तो के साथ चालू करने की अनुमति मिल गई है एवं वैक्सीन के आने की शुरुआत भी हो गयी है और कई लोगों पर वैक्सीन की आजमाईश भी रही है ट्रायल स्टेज में। फिर भी देश के सांसदों के लिए इस वर्ष शीतकालीन सत्र नहीं बुलाया जा रहा है जबकि संसद भवन में कोरोना के बचाव के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध हैं। ऐसे में झारखंड सहित अन्य राज्यों में नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी जा रही है जो किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं है।
आज इसी सिलसिले में धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता एवं केन्द्रीय उपाध्यक्ष मानव अधिकार अपराध एवं भ्रष्टाचार विरोधी संगठन एवं झारखंड अभिभावक महासंघ के उपाध्यक्ष कुमार मधुरेन्द सिंह ने देश के प्रधानमंत्री सहित केन्द्रीय शिक्षा मंत्री एवं बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष श्री प्रियांक कानूनगो को ट्वीट कर स्कूल सहित शिक्षण संस्थानों को खोलने की अनुमति नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब देश में लोकसभा एवं विधान सभा के सत्र नहीं बुलाया जा रहा है जो अति सुरक्षित क्षेत्र होता है तो स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए जहाँ कोरोना संक्रमण के फैलने को रोकने के लिए उपाय करना बहुत आसान नहीं है।