श्रीकिसुन मुखिया के द्वारा किया गया वृक्षारोपण
डॉ आर लाल गुप्ता लखीसराय
कहते हैं मरते लकड़ी जीते लकड़ी देख तमाशा लकड़ी का.. अपने जमाने से चर्चित इस गाने में लकड़ी की महत्वपूर्ण मानव जीवन के जन्म के साथ मृत्यु तक के सफर में महत्वपूर्ण माना गया है। जो यथार्थ है। इसी को लेकर आज मानव समुदाय पौधारोपण के महत्वपूर्ण समझते हुए सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से पौधारोपण में दिलचस्पी दिखाता नजर आता है। वही सूर्यगढ़ा प्रखंड के श्री किसुन पंचायत में मुखिया श्रीमती रेणु कुमारी के नेतृत्व में 48 कुल दो हजार पौधे बांस के पट्टी के घेरे के साथ बिल्कुल प्रजाति के नीम, आंवला,करन,अर्जुन,
शीशम, गुलमोहर अशोक ,आम इत्यादि विक्रमपुर के आहार के किनारे लगाए गए हैं।