श्री अश्विनी कुमार चौबे ने गुरुग्राम में भारतीय खाद्य निगम की पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला का उद्घाटन किया

0

केंद्र सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम के अलावा खुले बाजारों में भी फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से भरपूर) चावल को उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है: श्री चौबेगुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला रासायनिक मापदंडों की जांच के लिए अनाज के नमूनों का परीक्षण करती हैप्रयोगशाला कर्नाटक में केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मैसूर के मार्गदर्शन में स्थापित की गई हैPosted Date:- Nov 20, 2021खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खाद्यान्न के नमूनों के घरेलू परीक्षण के लिए अपनी पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला तैयार की है। उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने आज गुरुग्राम (हरियाणा) में खाद्य सुरक्षा संस्थान (आई.एफ.एस.), एफसीआई में ‘गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला’ का उद्घाटन किया। https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002W5O4.jpgश्री चौबे ने ‘फोर्टिफिकेशन ऑफ राइस’ पर एक लघु फिल्म की शुरुआत की और ‘ब्रस्टिंग मिथ, रेडियो जिंगल्स, तथा सोशल मीडिया कोलेटरल ऑन राइस फोर्टिफिकेशन’ पर लघु फिल्में भी लॉन्च कीं। डीएफपीडी ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत प्रतिष्ठित सप्ताह मना रहा है, जो 15 नवंबर 2021 को शुरू हुआ और 21 नवंबर 2021 को समाप्त होगा। इस बीच, देश के सभी हिस्सों में डीएफपीडी द्वारा कई अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। श्री चौबे ने संस्थान में एफसीआई के कर्मचारियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं को सुरक्षित एवं स्वस्थ अनाज उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने डीएफपीडी और इसके तहत आने वाले सभी संगठनों, जैसे एफसीआई, सीडब्ल्यूसी, आईजीएमआरआई, डब्ल्यूडीआरए, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान तथा अन्य के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने आज़ादी का अमृत महोत्सव के प्रतिष्ठित सप्ताह के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है।https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image003IU24.jpgश्री चौबे ने यह भी कहा कि ये आयोजन लोगों तक पहुंचने और केंद्र सरकार के दृष्टिकोण तथा अच्छे कार्यों को उन तक पहुंचाने में कारगर होंगे। उन्होंने सुरक्षित एवं स्वस्थ भोजन करने के महत्व के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और स्वस्थ राष्ट्र की दिशा में काम करने के लिए एफसीआई के सभी समावेशी दृष्टिकोण की सराहना की। श्री चौबे ने सभी लोगों को पर्याप्त, सुरक्षित एवं पौष्टिक खाद्यान्न उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर भी बल दिया, जो प्रमुख वैश्विक चिंताओं में से एक है, और कहा कि प्रधानमंत्री देश के प्रत्येक नागरिक की खाद्य सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बड़े पैमाने पर कुपोषण, बच्चों और महिलाओं में खून की कमी को देखते हुए केन्द्र चावल में पोषक तत्वों को फोर्टीफिकेशन के जरिए बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मध्याह्न भोजन सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत पोषक तत्वों से भरपूर चावल का वितरण किया जा रहा है और यह लक्ष्य 2024 तक पूरा हो जाएगा।श्री चौबे ने कहा कि “केंद्र सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम के अलावा खुले बाजारों में भी फोर्टिफाइड (पोषक तत्वों से भरपूर) चावल को उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है।“https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image004WX4M.jpgश्री चौबे ने कहा कि पहले चरण के दौरान चरणबद्ध तरीके से 22 मार्च तक 35 लाख मीट्रिक टन फोर्टीफाइड चावल आईसीडीएस और एमडीएम योजनाओं के माध्यम से वितरित करने का लक्ष्य है। दूसरे चरण में मार्च 2023 तक 175 एलएमटी फोर्टिफाइड चावल और तीसरे चरण में मार्च 2024 तक 350 एलएमटी फोर्टिफाइड चावल वितरित किए जाएंगे।श्री चौबे ने रासायनिक मापदंडों के लिए खाद्यान्न के नमूनों के घर में परीक्षण के लिए अपनी पहली अत्याधुनिक प्रयोगशाला तैयार करने के लिए एफसीआई की सराहना की, जिससे उपभोक्ताओं के लिए संतुष्टि के स्तर में सुधार होगा। यह प्रयोगशाला कर्नाटक में केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मैसूर के कुशल मार्गदर्शन में स्थापित की गई है।https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image005LFZT.jpgश्री चौबे ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि अब भारत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत उपभोक्ताओं के लिए एफसीआई डिपो से जारी किए जाने वाले खाद्यान्नों की कीटनाशक अवशेषों, मायकोटॉक्सिन, यूरिक एसिड और विटामिन के फोर्टिफिकेशन स्तर की खाद्यान्न सुरक्षा तथा पोषण सुनिश्चित करने के लिए इन-हाउस जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि एफसीआई देश में किसानों तथा उपभोक्ताओं के बीच एक सेतु के रूप में एक सक्रिय दृष्टिकोण के साथ पारदर्शी तरीके से काम करेगा और एफसीआई अंतरराष्ट्रीय मानकों की तकनीकी प्रगति को अपनाने के लिए तैयार है।https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0069CQE.jpgये परिवर्तनकारी सुधार उपभोक्ता को सुरक्षित खाद्यान्न की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने की प्रक्रिया को आसान बनाने में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत मनाए गए कार्यक्रम के लिए सीएमडी, एफसीआई श्री आतिश चंद्र को बधाई दी और माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वप्न को साकार करने के लिए टीम भावना दिखाने में निगम के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को धन्यवाद दिया।संस्थान की निदेशक सुश्री मोइत्रेयी मोहंती ने प्रयोगशाला की स्थापना के पीछे के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed