समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने सदर अस्पताल में न्यूरो दवा की उपलब्धता एवं रोगी कल्याण समिति के गठन की मांग की
मनीष रंजन की रिपोर्ट
धनबाद में सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच में मरीजों की संख्या बहुत अधिक है। ऐसे में गरीब एवं मध्यम वर्गीय मरीज धनबाद के सदर अस्पताल में इलाज को जाते हैं। सरकार के तरफ से मरीजों को दवा देने का भी प्रावधान है पर कभी भी पूरी दवा नहीं मिल पाती है। कुछ रोगों के मरीज को तो कोई भी दवा नहीं मिलती है। ऐसे में गरीब मरीजों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। न्यूरो की बीमारी में तो और परेशानी हो रही है। एक तो न्यूरो की बीमारी में ताउम्र दवा खानी पड़ती है और दूसरा वो दवा मरीजों के लिए अस्पताल में उपलब्ध ही नहीं रहती। ऐसे ही एक मरीज श्री श्री लक्ष्मी नारायण जो रेडक्रॉस सोसाइटीज, धनबाद के प्रबंधक हैं को अपनी न्यूरो की समस्या के लिए सदर अस्पताल के डाॅक्टर से अपना इलाज कराते हैं। उन्हे भी सदर अस्पताल से दवा नहीं दी जाती है।
उनकी इस समस्या को लेकर समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र सिंह ने धनबाद के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर ईमेल किया है जिसमें उन्होंने सदर अस्पताल में न्यूरो की समस्या की दवा की उपलब्धता की मांग की है। साथ ही साथ उन्होंने न्यूरो के डाॅक्टर को सप्ताह में दो दिन बैठाने के लिए अपील की है ताकि मरीज को ज्यादा सुविधा हो सके। एक दिन बैठने से लोगों को दिक्कत हो रही है। न्यूरो के मरीज भी ज्यादा हैं इसलिए दो दिन की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
एक अन्य पत्र उन्होंने झारखंड के अपर सचिव, स्वास्थ्य को लिखा है जिसमें उन्होंने रोगी कल्याण समिति गठित करने की अपील की है ताकि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं एवं डाॅक्टर के साथ समन्वय स्थापित की जा सके और सरकारी सुविधाओं का लाभ मरीज को मिल सके। रोगी कल्याण समिति की सोच है। सरकार इसे लागू भी कर सकती है। इसमें उपायुक्त, सांसद, विधायक, सिविल सर्जन एवं समाजसेवी एवं एनजीओ को शामिल करने का भी सुझाव कुमार मधुरेंद्र सिंह ने दी है।
उन्होने पत्र की प्रति अपर मुख्य सचिव, झारखंड सरकार, स्वास्थ्य मंत्री,झारखंड सरकार, उपायुक्त,धनबाद, जिला परिषद अध्यक्ष, धनबाद, सिविल सर्जन, धनबाद, सांसद, धनबाद, विधायक, धनबाद, क्षेत्रीय स्वास्थ्य निदेशक को भी दी है।